शाजापुर। जिले में नीलकंठेश्वर महादेव की अंतिम शाही सवारी भादों के आखिरी सोमवार को धूमधाम से निकाली गई. यह सवारी जिले के अनेक मार्गों से होती हुई वापस मंदिर पहुंची. इस यात्रा में भगवान भोलेनाथ को आदिवासी पारंपरिक लोकनृत्य ने कहीं ज्यादा आकर्षक और रोचक बना दिया. वहीं जिले के विभिन्न मार्गों से होते हुए जब यह यात्रा निकली तब जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर भगवान भोलेनाथ का स्वागत किया.
शहर में निकली महादेव की शाही सवारी, लोगों ने जगह जगह किया स्वागत
शाजापुर जिले में बाबा नीलकंठेश्वर महादेव के अंतिम शाही सवारी धूमधाम से निकाली. जिसमें हजारों लोग हुए शामिल.
लोगों ने जगह जगह किया स्वागत
शाजापुर। जिले में नीलकंठेश्वर महादेव की अंतिम शाही सवारी भादों के आखिरी सोमवार को धूमधाम से निकाली गई. यह सवारी जिले के अनेक मार्गों से होती हुई वापस मंदिर पहुंची. इस यात्रा में भगवान भोलेनाथ को आदिवासी पारंपरिक लोकनृत्य ने कहीं ज्यादा आकर्षक और रोचक बना दिया. वहीं जिले के विभिन्न मार्गों से होते हुए जब यह यात्रा निकली तब जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर भगवान भोलेनाथ का स्वागत किया.
Intro:शाजापुर भादो के अंतिम सोमवार को बाबा नीलकंठेश्वर महादेव की सवारी धूमधाम से निकाली गई. इस सवारी में आदिवासी पारंपरिक लोक नृत्य ने यात्रा को कहीं अधिक रोचक बनाया. इस मौके पर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने शाजापुर को पॉलिथीन मुक्त बनाने का संदेश देने के लिए श्रद्धालुओं को कॉटन के बैग वितरित किए..
Body:
आज बाबा नीलकंठेश्वर महादेव की सवारी शहर में धूमधाम से निकाली गयी. यह सवारी शहर के विभिन्न मार्गो से होती हुई वापस मंदिर पहुंचेगी. इस मौके पर महादेव की यात्रा को आदिवासी पारंपरिक लोकनृत्य ने कहीं अधिक रोचक व आकर्षक बना दिया .इस मौके पर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने शाजापुर को पॉलिथीन मुक्त बनाने का संदेश देने के लिए श्रद्धालुओं को कॉटन के बैग वितरित किए और शाजापुर को पॉलिथीन मुक्त बनाने का आह्वान किया .शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए जब यात्रा निकाली गई तब जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर भगवान महादेव का स्वागत किया. श्रद्धालुओं ने जगह-जगह लोगों को फल वितरित किए. इस सवारी में शहर के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और इस सवारी को कहीं अधिक सफल बनाने का प्रयास किया .यह सवारी बाबा नीलकंठेश्वर महादेव की अंतिम शाही सवारी है. इस मौके पर पूरा शहर बाबा भोलेनाथ के जयकारे के साथ गूंज उठा.
Conclusion:
बाबा नीलकंठेश्वर महादेव के अंतिम शाही सवारी धूमधाम से निकाली गई
Body:
आज बाबा नीलकंठेश्वर महादेव की सवारी शहर में धूमधाम से निकाली गयी. यह सवारी शहर के विभिन्न मार्गो से होती हुई वापस मंदिर पहुंचेगी. इस मौके पर महादेव की यात्रा को आदिवासी पारंपरिक लोकनृत्य ने कहीं अधिक रोचक व आकर्षक बना दिया .इस मौके पर सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने शाजापुर को पॉलिथीन मुक्त बनाने का संदेश देने के लिए श्रद्धालुओं को कॉटन के बैग वितरित किए और शाजापुर को पॉलिथीन मुक्त बनाने का आह्वान किया .शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए जब यात्रा निकाली गई तब जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर भगवान महादेव का स्वागत किया. श्रद्धालुओं ने जगह-जगह लोगों को फल वितरित किए. इस सवारी में शहर के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और इस सवारी को कहीं अधिक सफल बनाने का प्रयास किया .यह सवारी बाबा नीलकंठेश्वर महादेव की अंतिम शाही सवारी है. इस मौके पर पूरा शहर बाबा भोलेनाथ के जयकारे के साथ गूंज उठा.
Conclusion:
बाबा नीलकंठेश्वर महादेव के अंतिम शाही सवारी धूमधाम से निकाली गई