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कच्चे मकानों पर गिर रहा भारी बारिश का कहर, गरीबों की सुध लेने वाला कोई नहीं

शाजापुर के अभयपुर में भारी बारिश के कारण हालत बेहद खराब हैं. कच्चे मकान धराशायी होने की कगार पर हैं, लेकिन जिम्मेदारों को गरीबों की कोई परवाह नहीं है.

भारी बारिश के कारण कच्चे मकानों की हालत खराब
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Published : Sep 28, 2019, 12:45 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 1:04 PM IST

शाजापुर। जिले से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव अभयपुर में भारी बारिश का कहर कच्चे मकानों पर टूट रहा है. बारिश के चलते कच्चे मकान कभी भी गिर सकते हैं. इधर जिम्मेदारों ने अभी तक इसकी सुध नहीं ली है और ना ही पटवारी ने सर्वे ही किया है.

कच्चे मकानों पर गिर रहा भारी बारिश का कहर

गांव में करीब एक दर्जन ऐसे कच्चे मकान हैं,जिनकी हालत बेहद खराब हो चुकी है. वहीं कई घर तो गिर भी गए हैं. कई घरों की दीवारें गिरी हैं. इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है और न ही इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ही मिला है.

वहीं गांववालों का कहना है कि पूरी बारिश में इस बार उनके घरों से पानी लगातार टपक रहा है, जिससे उन्हें रात में सोने में काफी परेशानी होती है, साथ ही बच्चों को पढ़ने में भी परेशानी होती है.

बता दें कि पटवारी ने भी अभी तक सर्वे भी नहीं किया है. उनका कहना है कि भारी बारिश के कारण वे भी लाचार हैं. जिम्मेदारों के इस लचर रवैये का खामियाजा गरीब भुगतने को मजबूर हैं.

शाजापुर। जिले से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव अभयपुर में भारी बारिश का कहर कच्चे मकानों पर टूट रहा है. बारिश के चलते कच्चे मकान कभी भी गिर सकते हैं. इधर जिम्मेदारों ने अभी तक इसकी सुध नहीं ली है और ना ही पटवारी ने सर्वे ही किया है.

कच्चे मकानों पर गिर रहा भारी बारिश का कहर

गांव में करीब एक दर्जन ऐसे कच्चे मकान हैं,जिनकी हालत बेहद खराब हो चुकी है. वहीं कई घर तो गिर भी गए हैं. कई घरों की दीवारें गिरी हैं. इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है और न ही इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ही मिला है.

वहीं गांववालों का कहना है कि पूरी बारिश में इस बार उनके घरों से पानी लगातार टपक रहा है, जिससे उन्हें रात में सोने में काफी परेशानी होती है, साथ ही बच्चों को पढ़ने में भी परेशानी होती है.

बता दें कि पटवारी ने भी अभी तक सर्वे भी नहीं किया है. उनका कहना है कि भारी बारिश के कारण वे भी लाचार हैं. जिम्मेदारों के इस लचर रवैये का खामियाजा गरीब भुगतने को मजबूर हैं.

Intro:शाजापुर ।शहर से महज 15 किलोमीटर दूर है कि स्थित गांव अभय पुर में अतिवृष्टि ने अपना कहर दिखाया. इस गांव में स्थित कच्चे मकानों की हालत बेहद खराब हो चुकी है. लेकिन जिम्मेदारों ने अभी तक सुध नहीं ली है और ना ही पटवारी ने सर्वे किया.


Body:
लगातार हो रही बारिश के कारण शहर से 15 किलोमीटर दूर अभय पुर गांव के कच्चे मकानों की हालत बेहद खराब हो गई है. हमने गांव पहुंचकर ऐसी लगभग एक दर्जन कच्चे मकानों का जायजा लिया. ये मकान बाहर जितने खराब दिख रहे हैं अंदर भी उतने ही खराब है.

इनमें से कुछ मकान गिर गए हैं, कुछ मकानों की दीवार गिर गई है और कुछ मकानों में पानी नीचे फैल गया. जिससे लोग काफी परेशान है. सभी कच्चे मकानों में पानी लगातार छत टपक रहा है. गांव के लोग जैसे तैसे करके अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं. सोने उठने बैठने में उन्हें लगातार परेशानी हो रही है. लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं .

इन गांव वाले लोगों का कहना है कि पूरी बारिश में इस बार हमारे मकान से पानी लगाता टपक रहा है जिससे हमें रात में सोने में काफी परेशानी होती है. बच्चों को पढ़ने में भी परेशानी होती है. इनको न तो प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है और ना ही कोई जिम्मेदार यहां पर इनको अभी तक देखने आया.

पटवारी ने भी अभी तक सर्वे भी नहीं किया है. पटवारी का कहना है कि बारिश ही इतनी हो रही हम क्या करें. जिम्मेदारों का रवैया यदि बताता है कि हमारे लोकतंत्र में जिम्मेदार गरीब लोगों के प्रति कितने संवेदनशील है.


Conclusion:





अतिवृष्टि की मार अब कच्चे मकानों पर पड़ी

बाइट वन - कालू जी साफे वाले
बाइट टू - आत्माराम
Last Updated : Sep 28, 2019, 1:04 PM IST
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