शाजापुर। मोहन बड़ोदिया थाना क्षेत्र के ग्राम बिजाना में दलित परिवार के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. पीडि़तों का कहना है कर्ज लेने के लिए उन्होंने अपनी जमीन दो साल के लिए लीज पर दी थी. लीज खत्म होने के बाद आरोपी ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए ये दिखाया कि ये जमीन उन्होंने खरीद ली है. पीड़ितों ने जब अपनी जमीन पर खेती करने की कोशिश की, तो दबंगों ने उनके साथ मारपीट की. आरोपियों ने वृद्ध पति-पत्नी और उनकी बहु के साथ मारपीट की. उनके हाथ-पैर बांधकर खेत में ही पटक दिया.
हाथ-पैर बांधकर खेत में पटका
बीजाना गांव के रहने वाले सत्यनारायण ने बताया कि उन्हें कुछ पैसों की जरूरत थी. उन्होंने गांव के ही एक आदमी से कर्ज लिया. कर्ज के बदले अपनी जमीन दो साल के लिए लीज पर दे दी. दो साल बाद लीज का समय खत्म हो गया तो पीड़ित सत्यनारायण और उसके परिजनों ने खेत में बुवाई कर दी. वो खेत पर भी जाने लगे. एक दिन दबंगों ने उनसे खेत से चले जाने को कहा. पीड़ितों ने आरोप लगाया कि दबंगों ने ट्रेक्टर से पूरी फसल को बर्बाद कर दिया.
जमीन हथियाने का आरोप
जब पीड़ितों ने आरोपियों को ऐसा करने से रोकने की कोशिश की, तो उनके साथ मारपीट की गई. चारों आरोपियो ने बुजुर्ग सिद्धनाथ को पेड़ से बांध दिया. दो महिलाओं के भी हाथ पैर बांधकर खेत में पटक दिया. साथ ही धमकी भी दी कि दोबारा खेत पर आए तो उन्हें जान से मार देंगे. पूरी फसल उजाड़ने के बाद आरोपी वहां से चले गए. खेत में बंधे हुए पीडि़त दर्द से चिल्लाने लगे, तो उनकी आवाज सुनकर जंगल में बकरी चरा रहा पोता वहां पहुंच गया.
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दोनों पक्षों में काफी समय से चल रहा है झगड़ा
पीड़ित सत्यनारायण ने बताया कि उन्होंने मोहन बड़ोदिया थाने में शिकायत दर्ज कराई है. लेकिन पुलिस उनके केस को गंभीरता से नहीं ले रही है. मोहन बड़ोदिया पुलिस थाना प्रभारी रमेशचंद्र अवास्या ने बताया कि इनका मामला लंबे समय से चल रहा है. इसकी जांच की जा रही है.