राजगढ़। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर 17 नवंबर को संपन्न हुए मतदान के पश्चात अब राजनीतिक दलों ने भी पार्टी विरोधी कार्य करने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई करना शुरू कर दी है. जिसकी शुरुआत कांग्रेस ने शाजापुर जिले से कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष को उनके पद से मुक्त करके की है. 7 दिन में उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है. दरअसल शाजापुर जिले से कांग्रेस कमेटी जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह बंटी बना को कांग्रेस के प्रदेश संगठन प्रभारी ने शाजापुर कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष पद से मुक्त कर दिया है. जिसके संबंध में एक पत्र भी जारी किया गया है.
जिलाध्यक्ष को पद से किया मुक्त: इस पत्र में लिखा गया है कि विधानसभा चुनाव 2023 में आप अधिकृत कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में कार्य न करते हुए पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न रहे हैं. साथ ही आपने अपने समर्थक कार्यकर्ताओं को भाजपा में प्रवेश कराकर पार्टी को नुकसान पहुंचाने का कार्य किया है. एक जिम्मेदार पदाधिकारी होने के नाते आपको जिले में समन्वय करते हुए कार्य करना चाहिए था, जो कि आपके द्वारा नहीं किया गया है. आपको तत्काल प्रभाव से जिला कांग्रेस कमेटी शाजापुर के अध्यक्ष पद से मुक्त किया जाता है.
जिलाध्यक्ष ने कहा दूंगा जवाब: साथ ही यह भी लिखा गया है कि,आपके द्वारा विधानसभा चुनाव में अधिकृत कांग्रेस प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाने, पार्टी संगठन को कमजोर करने का कार्य किया गया. आपने कांग्रेस की रीति नीति के विरूद्ध कार्य किया है, जो कि अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है. आप अपना स्पष्टीकरण 7 दिन के अंदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करें. समयावधि में जवाब प्राप्त न होने की स्थिति में आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. संगठन द्वारा की गई उक्त कार्रवाई को लेकर योगेंद्र सिंह बंटी बना से बात की गई तो उनका कहना है की,मैं तो पूरी निष्ठा वा ईमानदारी के साथ कांग्रेस पार्टी के साथ था. मुझसे जो जवाब मांगा गया है मैं उसका जवाब दूंगा.