आगर मालवा। देश के सैनिकों के परिवार का हिस्सा बनना हर किसी के लिए गर्व की बात होती है, जबकि एक मां-बेटी-बहन के साथ एक पत्नी भी इन सैनिकों को वो ताकत देती हैं, जिससे सैनिक सीमा पर खुद को मजबूत बनाए रखता है. पति के दूर रहते हुए भी पत्नी का हौसला कभी कमजोर नहीं होता. ऐसे में करवाचौथ के व्रत पर पति के पास नहीं होने पर भी सैनिकों की पत्नी कभी हताश नहीं होतीं और करवा चौथ पर सरहद पर तैनात पति की लंबी उम्र के लिए चांद को आसमां के चांद में अपने चांद का दीदार कर व्रत तोड़ती हैं.
सैनिकों की पत्नियों ने रखा निर्जल उपवास
जिले के गवली पूरा में सैनिकों की पत्नियों ने सुबह से निर्जल रहकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ उपवास रखा और किसी ने मोबाइल पर वीडियो कॉलिंग के जरिये उपवास खोला तो किसी ने छुट्टी पर आए सैनिक पति को वर्दी में तैयार कर उनकी पूजा कर अपना उपवास खोला.
22 साल में पहली बार आया ऐसा मौका
आगर मालवा जिले के गवली पुरा निवासी राजू गवली साल 1994 में सेना में भर्ती हुए थे और देश की सेवा करते हुए 22 साल बाद ऐसा मौका आया, जब पहली बार राजू अपनी पत्नी अनीता के साथ करवाचौथ के दिन घर पर मौजूद हैं. सैनिक की पत्नी अनीता की ख्वाहिश थी कि वह करवा चौथ के दिन अपने पति की पूजा सैनिक की वर्दी में करें तो सैनिक पति ने भी अपनी पत्नी की इच्छा को पूरा करते हुए वर्दी पहनकर पत्नी की ख्वाहिश पूरी कर व्रत तुड़वाया.
वीडियो कॉलिंग के जरिये खोला व्रत
इसी तरह क्षेत्र में रहने वाले हेमराज गवली भी भारतीय सेना में तैनात हैं और छुट्टी नहीं मिलने के चलते वे घर नहीं आ पाए. आठ साल के शादीशुदा जीवन में वे सिर्फ दो बार ही अपनी पत्नी के साथ करवाचौथ मना पाए हैं, लेकिन इस बार उनके घर नहीं आने पर उनकी पत्नी कमलेश गवली ने वीडियो कॉलिंग कर अपने पति की पूजा कर उपवास खोला.