भोपाल: मध्य प्रदेश के सहकारिता विभाग में सफाई अभियान शुरू कराने पहुंचे मंत्री विश्वास सारंग उस समय अधिकारियों पर भड़क उठे, जब निरीक्षण के दौरान कबाड़ में उन्हें एक नस्ती (एक प्रकार की फाइल) और लेजर अकाउंट के कागज मिले. अकाउंट के कागज देखकर मंत्री विश्वास सारंग हैरान रहे गए. उन्होंने पूछा कि इसमें प्रदेश स्तरीय अपेक्स बैंक के अकाउंट की जानकारी है फिर यह यहां कैसे पड़े हैं. अधिकारियों ने जवाब दिया, लेकिन मंत्री ने मौके पर ही विभाग के कमिश्नर को मामले की जांच करने के आदेश दे दिए.
धूल खा रहे था लेजर अकाउंट और नस्ती
दरअसल, साल 2025 को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. इसको देखते हुए प्रदेश भर के सहकारिता विभाग से जुड़े दफ्तरों में स्वच्छता अभियान शुरू कराने के लिए मंत्री भोपाल के अपेक्स बैंक पहुंचे थे. यहां मंत्री ने अधिकारियों के साथ बैंक परिसर में झाड़ू थामकर अभियान की शुरूआत की. इसके बाद अपेक्स बैंक के अधिकारियों ने मंत्री से बैंक का निरीक्षण करने का आग्रह किया. मंत्री विश्वास सारंग ने अधिकारियों का आग्रह नहीं टाला और वे बैंक के अंदर पहुंचे. अधिकारियों ने उन्हें बैंक का साफ-सुधरा रिकॉर्ड रूम दिखाया.
धूल खा रहे दस्तावेजों को देखकर चौंके मंत्री
इसके बाद मंत्री जब वापस लौटने लगे तो उनकी नजर बैंक के मुख्य हॉल के पीछे खाली पड़ी जगह पर पड़ी. मंत्री सारंग ने अधिकारियों से सवाल पूछा कि इसके पीछे क्या है. अधिकारियों ने जवाब दिया कि कुछ पुराना सामान पड़ा है, जिसके नीलामी की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन इसके बाद मंत्री ने उसका गेट खुलवाया और वे अंदर पहुंच गए. मंत्री ने कबाड़ का सामान भरे होने पर नाराजगी जताई, लेकिन निरीक्षण के दौरान उनकी नजर एक टेबल पर बैंक के रिकॉर्ड से जुड़े दस्तावेजों पर पड़ी, जिसे देखकर चौंक गए.
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी की मंशानुरूप वर्ष 2025 को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में मनाया जाएगा।
— विश्वास कैलाश सारंग (@VishvasSarang) February 13, 2025
आज अपैक्स बैंक, भोपाल से पूरे प्रदेश में 10 हज़ार से ज़्यादा सहकारी संस्थाओं के परिसर में एक साथ 'स्वभाव… pic.twitter.com/4s4w4DKIo1
कैबिनेट मंत्री विश्वा सारंग ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इनमें बैंक के अकाउंट से जुड़ी जानकारी है, तो फिर यहां कैसे पड़े हैं. ऐसे दस्तावेजों के नष्टीकरण की भी प्रक्रिया होती है, फिर इस प्रक्रिया को क्यों नहीं अपनाया गया. इसके बाद मंत्री ने कबाड़ में धूल खा रही एक नस्ती को लेकर भी नाराजगी जताई. हालांकि अधिकारियों ने बताया कि नस्ती का डिस्पोजल 2009 में ही हो चुका है, लेकिन मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि डिस्पोजल होने के बाद भी नस्ती की रखने की व्यवस्था होती है. उन्होंने अधिकारियों से इसका बैकअप दिखाने के कहा और मौके पर कमिश्नर को इसकी जांच करने के निर्देश दिए.
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मंत्री बोले प्रदेश भर में चलाया जा रहा अभियान
उधर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि प्रदेश भर के सहकारिता विभाग से जुड़े दफ्तरों में स्वच्छता संस्कार स्वच्छता अभियान शुरू किया गया है. इसके तहत कार्यालय को साफ सुधरा रखने अभियान चलाया जाएगा. इसके तहत दफ्तर के परिसर और कार्यालय के अंदर साफ-सफाई की जाएगी.