शहडोल। जिले के गोहपारू रेंज के धनगवां गांव में इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है, वजह है एक बाघ का खौफ. गांववालों का कहना है कि धनगवां के जंगल में सोन नदी के आसपास बाघ घूम रहा है. आपको बता दें कि हाल ही में इसी गांव के एक महिला का किसी जंगली जानवर ने शिकार भी किया था. वहीं वन विभाग का कहना है कि इलाके में बाघ नहीं बल्कि तेंदुए के पंजे के निशान मिले हैं.
बाघ का खौफ, गांव में सन्नाटा
शहडोल से करीब 20 किलोमीटर दूर धनगवां गांव के लोग इन दिनों बाघ के खौफ के साये में जी रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव के जंगल में सोन नदी के आसपास बाघ का मूवमेंट है, जिसके बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है, आलम ये है कि दिन में भी लोग बहुत संभलकर घरों से निकल रहे हैं. घर के दरवाजों को दिन में भी बंद करके रखते हैं.
बाघ नहीं तेंदुआ के पंजे के निशान मिले- वन विभाग
वहीं इस मामले में दक्षिण वनमंडल के डीएफओ महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि धनगांव में जंगली जानवर का मूवेमेंट तो है, लेकिन जो पंजे के निशान मिले हैं वो तेंदुए के हैं. बाघ के किसी भी तरह के निशान नहीं मिले हैं. हालांकि एहतियातन गांव में अलर्ट जारी कर दिया गया है और गश्ती की जा रही है. साथ ही जिस जगह पर ज्यादा मूवमेंट देखा गया है, वहां पर पिंजड़ा भी लगाया गया है, जल्द ही उसे भी पकड़ लिया जाएगा.
हो रही गश्ती, किया जा रहा अलर्ट
गांव वालों ने बताया कि वन विभाग की टीम शाम से बाहर न निकलने के लिए लगातार अलर्ट कर रहे हैं, और उनका कहना है कि वो लोग इस खौफ में घर से ही नहीं निकलते हैं. और अगर निकलते भी हैं तो समूह में निकलते हैं.
गांव की महिला का किया था शिकार
अभी हाल ही में धनगवां गांव की ही एक महिला का किसी जंगली जानवर ने शिकार भी किया था, जिसके बाद से गांव में और खौफ बढ़ गया था. वहीं गांव वालों का कहना है कि जंगल में बाघ है.गांव वालों का कहना है कि डर की वजह से खेती किसानी पर भी इसका असर पड़ रहा है,क्योंकि धान की फसल उनकी पक चुकी है. कटाई और गहाई का समय है लेकिन वो कर नहीं पा रहे हैं.