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अफवाहों के बीच corona vaccination के लिए ग्रामीणों में उत्साह, जानें क्या है वजह?

शहडोल के कई इलाकों में वैक्सीनेशन (corona vaccination) पर फैली अफवाह के बीच जिले में एक ऐसा गांव भी है, जहां लोगों में वैक्सीन लगाने को लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. इस गांव का नाम पड़मनिया खुर्द है और गांव के लोग अपनी बारी आने पर वैक्सीनेशन सेंटर समय से जा रहे हैं और कोरोना की वैक्सीन लगा रहे हैं.

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corona vaccination के लिए ग्रामीणों में उत्साह
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Published : Jun 4, 2021, 5:08 PM IST

शहडोल। जिले के कई इलाकों में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination) का काम तेजी चल रहा है, लेकिन इस बीच कई ऐसे ग्रामीण इलाके भी हैं जहां वैक्सीन लगाने को लेकर अफवाहें फैली हैं और ये ग्रामीण वैक्सीन लगाने से डर रहे हैं. शहडोल के कई इलाकों में वैक्सीनेशन पर फैली अफवाह के बीच जिले का एक ऐसा गांव भी है, जहां लोगों में वैक्सीन लगाने को लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. इस गांव का नाम पड़मनिया खुर्द है और गांव के लोग अपनी बारी आने पर वैक्सीनेशन सेंटर समय से जा रहे हैं और कोरोना की वैक्सीन लगा रहे हैं.

corona vaccination के लिए ग्रामीणों में उत्साह
  • वैक्सीनेशन कराने के बाद क्या बोले ग्रामीण

पड़मनिया खुर्द गांव में रहने वाले सुंदू बैगा और राजकुमार बैगा ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवा लिया है. उन्हें वैक्सीन लगाने के बाद कोई दिक्कत नहीं आई है. सिन्दू बैगा बताती हैं कि उनके पूरे मोहल्ले के लोगों ने भी कोरोना वैक्सीन लगवा ली है. वैक्सीन लगवाने के बाद उन्हें थोड़ा सा बुखार जरूर आया, लेकिन जो दवा उन्हें वैक्सीन लगाते समय दी गई थी उस दवा को खाने के बाद उन्हें कोई दिक्कत नहीं आई.

जिद की जद में मरीज! एमपी में सरकार-Junior Doctors में ठनी

  • ऐसे हुए लोग वैक्सीनेशन के लिए जागरुक

पड़मनिया खुर्द गांव शहडोल जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर है. अब सिन्दू बैगा और राजकुमार बैगा की तरह गांव के लोग बड़े उत्साह के साथ कोरोना का टीका लगवाने जा रहे हैं. ग्रामीणों में वैक्सीनेशन को लेकर जागरुकता और उत्साह पर कोरोना वालंटियर अनिल साहू कहते हैं कि इस गांव में कोरोना की दूसरी लहर में कई लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं, इसलिए ग्रामीणों में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जागरुकता है. उन्होने कहा कि गांव के बड़े-बुजुर्ग पहले ही कोरोना वैक्सीन लगवा चुके थे और वह कोरोना संक्रमित भी नहीं हुए थे और सुरक्षित थे. जिसके बाद ग्रामीणों को समझ आया कि कोरोना वैक्सीन ही संक्रमण से बचाव के लिए अहम हथियार है, लिहाजा लोग बारी-बारी से अपनी बारी आने पर वैक्सीन लगवा रहे हैं.

  • गांव के 672 लोगों ने लगाई वैक्सीन

बीएमओ डॉ राजेश मिश्रा के मुताबिक, पड़मनिया खुर्द गांव के लोगों में वैक्सीनेशन के प्रति उत्साह है और सभी लोग आगे आकर वैक्सीन लगवा रहे है. हालांकि कुछ समय पहले यहां कोरोना संक्रमण के कुछ मामले मिले थे, लेकिन एक हफ्ते से ज्यादा समय के दौरान यहां कोई कोरोना संक्रमण का केस नहीं मिला है. बकौल बीएओ, पड़मानिया खुर्द गांव में 1700 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगनी थी, जिसमें से 672 लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं और सभी लोग खुद ही अपनी इच्छा से वैक्सीन लगाने जा रहे हैं.

  • गांव में अप्रैल से अब तक कोरोना के 44 केस

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पड़मनिया खुर्द गांव में अप्रैल से अब तक कोरोना के 44 केस आ चुके हैं, वर्तमान में यहां 8 एक्टिव केस हैं. वैक्सीनेशन की वजह से गांव में लगातार फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद मिली है. लिहाजा गांव के लोग वैक्सीनेशन के लिए अब दूसरे गांवों के लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं.

शहडोल। जिले के कई इलाकों में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination) का काम तेजी चल रहा है, लेकिन इस बीच कई ऐसे ग्रामीण इलाके भी हैं जहां वैक्सीन लगाने को लेकर अफवाहें फैली हैं और ये ग्रामीण वैक्सीन लगाने से डर रहे हैं. शहडोल के कई इलाकों में वैक्सीनेशन पर फैली अफवाह के बीच जिले का एक ऐसा गांव भी है, जहां लोगों में वैक्सीन लगाने को लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. इस गांव का नाम पड़मनिया खुर्द है और गांव के लोग अपनी बारी आने पर वैक्सीनेशन सेंटर समय से जा रहे हैं और कोरोना की वैक्सीन लगा रहे हैं.

corona vaccination के लिए ग्रामीणों में उत्साह
  • वैक्सीनेशन कराने के बाद क्या बोले ग्रामीण

पड़मनिया खुर्द गांव में रहने वाले सुंदू बैगा और राजकुमार बैगा ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवा लिया है. उन्हें वैक्सीन लगाने के बाद कोई दिक्कत नहीं आई है. सिन्दू बैगा बताती हैं कि उनके पूरे मोहल्ले के लोगों ने भी कोरोना वैक्सीन लगवा ली है. वैक्सीन लगवाने के बाद उन्हें थोड़ा सा बुखार जरूर आया, लेकिन जो दवा उन्हें वैक्सीन लगाते समय दी गई थी उस दवा को खाने के बाद उन्हें कोई दिक्कत नहीं आई.

जिद की जद में मरीज! एमपी में सरकार-Junior Doctors में ठनी

  • ऐसे हुए लोग वैक्सीनेशन के लिए जागरुक

पड़मनिया खुर्द गांव शहडोल जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर है. अब सिन्दू बैगा और राजकुमार बैगा की तरह गांव के लोग बड़े उत्साह के साथ कोरोना का टीका लगवाने जा रहे हैं. ग्रामीणों में वैक्सीनेशन को लेकर जागरुकता और उत्साह पर कोरोना वालंटियर अनिल साहू कहते हैं कि इस गांव में कोरोना की दूसरी लहर में कई लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं, इसलिए ग्रामीणों में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जागरुकता है. उन्होने कहा कि गांव के बड़े-बुजुर्ग पहले ही कोरोना वैक्सीन लगवा चुके थे और वह कोरोना संक्रमित भी नहीं हुए थे और सुरक्षित थे. जिसके बाद ग्रामीणों को समझ आया कि कोरोना वैक्सीन ही संक्रमण से बचाव के लिए अहम हथियार है, लिहाजा लोग बारी-बारी से अपनी बारी आने पर वैक्सीन लगवा रहे हैं.

  • गांव के 672 लोगों ने लगाई वैक्सीन

बीएमओ डॉ राजेश मिश्रा के मुताबिक, पड़मनिया खुर्द गांव के लोगों में वैक्सीनेशन के प्रति उत्साह है और सभी लोग आगे आकर वैक्सीन लगवा रहे है. हालांकि कुछ समय पहले यहां कोरोना संक्रमण के कुछ मामले मिले थे, लेकिन एक हफ्ते से ज्यादा समय के दौरान यहां कोई कोरोना संक्रमण का केस नहीं मिला है. बकौल बीएओ, पड़मानिया खुर्द गांव में 1700 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगनी थी, जिसमें से 672 लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं और सभी लोग खुद ही अपनी इच्छा से वैक्सीन लगाने जा रहे हैं.

  • गांव में अप्रैल से अब तक कोरोना के 44 केस

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पड़मनिया खुर्द गांव में अप्रैल से अब तक कोरोना के 44 केस आ चुके हैं, वर्तमान में यहां 8 एक्टिव केस हैं. वैक्सीनेशन की वजह से गांव में लगातार फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने में मदद मिली है. लिहाजा गांव के लोग वैक्सीनेशन के लिए अब दूसरे गांवों के लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं.

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