शहडोल। रेमडिसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले चार आरोपियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई है. यह चारों आरोपी जिले में पिछले दिनों रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते पकड़ाए थे. दरअसल शहडोल आए मुख्यमंत्री शिवराज ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी. जिसमें उन्होंने दवाई की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई.
रासुका के तहत कार्रवाई
दरअसल अभी हाल ही में शहडोल पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी थी. पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों को पकड़ा था. पुलिस गिरफ्त में आए चार लोगों में से एक मेडिकल दुकान का संचालक था, जिसका नाम अमित मिश्रा है. इसके अलावा तीन लोग शहडोल मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी थे. जिसमें कोविड वॉर्ड में पदस्थ लैब टेक्नीशियन उज्जवल द्विवेदी, स्टाफ नर्स सुषमा साहू और लैब अटेंडेंट दीपक गुप्ता शामिल थे. तीनों आरोपियों को शहडोल कमिश्नर राजीव शर्मा के आदेश पर दूसरे ही दिन बर्खास्त कर दिया गया था. वहीं मेडिकल कॉलेड के डीन ने तीनों के रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए पत्र भी लिखा था. वहीं अब चारों आरोपियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जा रही है.
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी, पुलिस के हत्थे चढ़े 4 आरोपी
गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज में पदस्थ स्टाफ नर्स सुषमा साहू मरीजों को लगने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन को छुपाकर रख लेती थी. और फिर उसे पास ही एक मेडिकल संचालक अमित मिश्रा को अच्छे दामों में बेचती थी. इसके अलावा लैब टेक्नीशियन उज्जवल द्विवेदी और लैब अटेंन्डेंट दीपक गुप्ता भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते थे.