शहडोल। जिले में रविवार को मदर्स डे के दिन एक कलयुगी बेटा अपनी मां को जंगल में छोड़ आया. इसकी सूचना पुलिस को मिलते ही पुलिस ने वृद्धा को उसके घर पहुंचाया. पुलिस ने जब बेटे के खिलाफ केस दर्ज करने की बात कही, तो मां ने इससे इनकार कर दिया.
घंटों जंगल में बेटे का इंतजार करती रही महिला
जिले के गोहपारू थाना क्षेत्र के ग्राम खोहरी की रहने वाली 65 साल की शकुन्ती बाई अपने बड़े बेटे के साथ रहती है. उसके दो और बेटे हैं, जो अलग-अलग रहते हैं. बड़े बेटे ने रविवार को अपनी मां से कहा कि चलो जंगल की ओर होकर आते हैं, जिसके बाद उसने अपनी मां को बाइक पर बिठाया और घर से करीब 30 किलोमीटर दूर भुरसी के जंगल में मां को बिठाया और बोला कि आता हूं, लेकिन वो लौटकर नहीं गया. घंटों जंगल में बेटे का इंतजार करती वृद्धा को जब राहगीर ने देखा तो उसने महिला से यहां बैठने की वजह पूछी, जिसके बाद वृद्धा ने कहा कि उसका बेटा उसे यहां छोड़ गया है. इसकी सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस ने वृद्धा को घर में पहुंचाया.
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मां ने बेटे के खिलाफ केस दर्ज कराने से किया मना
कलयुगी बेटे ने इसकी वजह बताते हुए कहा कि उसकी मां और उसकी पत्नी के बीच हमेशा झगड़ा होता था. उसकी पत्नी आए दिन उसे ताना देती थी, इससे परेशान होकर वो अपनी मां को जंगल में छोड़ आया. थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार ने जब बेटे के खिलाफ केस दर्ज करने की बात कही, तो वृद्धा ने इससे मना कर दिया.