शहडोल। देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है. साथ ही लॉकडाउन का दौर भी लगातार चल रहा है. ऐसे में गरीबों और भूखों को खाना खिलाने के लिए सरकार के साथ ही कई सामाजिक संगठन भी आगे आए और सेवा भाव से सभी की मदद करने में जुट गए. लेकिन लॉकडाउन का असर शहर के ऐसे जानवर, पशुओं पर भी पड़ा जिनका कोई घर नहीं, जिनके खाने और पीने का ठिकाना नहीं. ऐसे बेजुबानों के लिए इस लॉकडाउन में असली संकट मोचक बनकर आई है शहर की अटल कामधेनु गौ सेवा संस्थान और धेनु सेवा संस्थान की टीम जो इन बेजुवानों को खाना खिला रही है.
परोपकारः बेजुबानों के लिए संकट मोचक बने युवा, निःस्वार्थ भाव से कर रहे सेवा - कोरोना परोपकार
लॉकडाउन का असर शहर के ऐसे जानवर पशुओं पर पड़ रहा है जिनका कोई घर नहीं, जिनके खाने और पीने का ठिकाना नहीं. ऐसे बेजुबानों के लिए इस लॉकडाउन में असली संकट मोचक बनकर आई है शहर की अटल कामधेनु गौ सेवा संस्थान और धेनु सेवा संस्थान की टीम जो इन बेजुवानों को खाना खिला रही है.
शहडोल। देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है. साथ ही लॉकडाउन का दौर भी लगातार चल रहा है. ऐसे में गरीबों और भूखों को खाना खिलाने के लिए सरकार के साथ ही कई सामाजिक संगठन भी आगे आए और सेवा भाव से सभी की मदद करने में जुट गए. लेकिन लॉकडाउन का असर शहर के ऐसे जानवर, पशुओं पर भी पड़ा जिनका कोई घर नहीं, जिनके खाने और पीने का ठिकाना नहीं. ऐसे बेजुबानों के लिए इस लॉकडाउन में असली संकट मोचक बनकर आई है शहर की अटल कामधेनु गौ सेवा संस्थान और धेनु सेवा संस्थान की टीम जो इन बेजुवानों को खाना खिला रही है.