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नगर पालिका भवन में धूल खा रही बसें, लोग कर रहे परेशानियों का सामना - mp news

नगर पालिका ने लोगों की सुविधा के लिए बसों का संचालन किया था, लेकिन लंबे समय से ये बसें नगर पालिका भवन में खड़ी हैं, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

धूल खा रही बसें
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Published : Sep 27, 2019, 11:39 AM IST

Updated : Sep 27, 2019, 12:15 PM IST

शहडोल। कुछ साल पहले शहडोल जिला मुख्यालय में नगरपालिका ने बड़े शहरों की तर्ज़ पर कम खर्च में लोगों को सुविधा देने के लिए सिटी बस सेवा शुरू की थी, लेकिन अब ये बस सेवा पूरी तरह से बंद हो चुकी है. जिसके बाद से ही यह बसें नगर पालिका भवन में खड़ी हैं. लंबा वक्त गुजर जाने के बाद भी यह बस नहीं चल पाई है. जिसके कारण लोगों में नाराजगी है.

धूल खा रही बसें

जिला मुख्यालय में ऑटो वालों की मनमानी और लोगों को कम पैसों में सुविधा देने के लिए बसों का संचालन शुरू किया गया था, जिसे लेकर शहरवासियों में अच्छा खासा उत्साह था. जिला प्रशासन की इस पहल की हर कोई तारीफ कर रहा था, लेकिन यह खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं चली और बस सुविधा बंद कर दी गई.

सामुदायिक भवन की बढ़ा रहीं शोभा

नगरपालिका की ये नई नवेली बसें इन दिनों सड़कों पर नहीं, बल्कि नगरपालिका के सामुदायिक भवन की शोभा बढ़ा रही हैं. लम्बा वक्त बीत गया इन बसों को खड़े हुए, लेकिन अब तक नगरपालिका इन बसों का क्या करना है कोई फैसला नहीं कर पाया है. इन बसों को फिर चलाना भी है या नहीं इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है.
छात्रों ने कहा अच्छी सुविधा थी फिर शुरू होनी चाहिए
नगर की बस सेवा लोगों के लिए काफी सुविधाजनक थी. कॉलेज से लेकर स्कूल जाने वाले छात्रों के लिये बस सेवा से बहुत लाभ थे. ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को भी इसका लाभ मिल जाता था, लेकिन अब इसके बंद हो जाने से लोगों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है.
इसलिए बन्द हुई बसें
वहीं नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे का कहना है कि हमारे परिषद भी बसों को चलाना चाहती है, लेकिन इन बसों में खर्च ज्यादा था और फायदा कम, इसलिए बसों को बंद करना पड़ा. उन्होंने कहा कि बसों को नो प्रॉफिट नो लॉस पर भी चलाने को तैयार हैं, जिसे लेकर जल्द परिषद में प्रस्ताव लाया जाएगा.

शहडोल। कुछ साल पहले शहडोल जिला मुख्यालय में नगरपालिका ने बड़े शहरों की तर्ज़ पर कम खर्च में लोगों को सुविधा देने के लिए सिटी बस सेवा शुरू की थी, लेकिन अब ये बस सेवा पूरी तरह से बंद हो चुकी है. जिसके बाद से ही यह बसें नगर पालिका भवन में खड़ी हैं. लंबा वक्त गुजर जाने के बाद भी यह बस नहीं चल पाई है. जिसके कारण लोगों में नाराजगी है.

धूल खा रही बसें

जिला मुख्यालय में ऑटो वालों की मनमानी और लोगों को कम पैसों में सुविधा देने के लिए बसों का संचालन शुरू किया गया था, जिसे लेकर शहरवासियों में अच्छा खासा उत्साह था. जिला प्रशासन की इस पहल की हर कोई तारीफ कर रहा था, लेकिन यह खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं चली और बस सुविधा बंद कर दी गई.

सामुदायिक भवन की बढ़ा रहीं शोभा

नगरपालिका की ये नई नवेली बसें इन दिनों सड़कों पर नहीं, बल्कि नगरपालिका के सामुदायिक भवन की शोभा बढ़ा रही हैं. लम्बा वक्त बीत गया इन बसों को खड़े हुए, लेकिन अब तक नगरपालिका इन बसों का क्या करना है कोई फैसला नहीं कर पाया है. इन बसों को फिर चलाना भी है या नहीं इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है.
छात्रों ने कहा अच्छी सुविधा थी फिर शुरू होनी चाहिए
नगर की बस सेवा लोगों के लिए काफी सुविधाजनक थी. कॉलेज से लेकर स्कूल जाने वाले छात्रों के लिये बस सेवा से बहुत लाभ थे. ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को भी इसका लाभ मिल जाता था, लेकिन अब इसके बंद हो जाने से लोगों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है.
इसलिए बन्द हुई बसें
वहीं नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे का कहना है कि हमारे परिषद भी बसों को चलाना चाहती है, लेकिन इन बसों में खर्च ज्यादा था और फायदा कम, इसलिए बसों को बंद करना पड़ा. उन्होंने कहा कि बसों को नो प्रॉफिट नो लॉस पर भी चलाने को तैयार हैं, जिसे लेकर जल्द परिषद में प्रस्ताव लाया जाएगा.

Intro:नोट- शुरुआत में दो वर्जन स्टूडेंट्स के हैं, फिर तीसरा और आखिरी वर्जन नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे का है।

आखिर नगरपालिका के सामुदायिक भवन की शोभा क्यों बढ़ा रही हैं ये बसें, लोगों ने कहा अच्छी सुविधा थी नगर में, बंद हो गई

शहडोल- कुछ साल पहले शहडोल जिला मुख्यालय में नगरपालिका ने बड़े शहरों की तर्ज़ पर सिटी बस सेवा शुरू की थी, जिसकी हर किसी ने सराहना भी की थी, लेकिन कई बार रुकते रुकाते अब ये बस सेवा पूरी तरह से बंद हो चुकी है और अब ये नई बसें नगरपालिका के सामुदायिक भवन की शोभा बढ़ा रही हैं। लम्बा वक्त बीत गया लेकिन अबतक इन बसों को फिर से चलाने की कोई तरकीब नहीं निकाली गई, अब सवाल यही है कि लाखों खर्च कर लोगों को सुविधा देने के लिए लाई गईं ये बसें खड़ी खड़ी ही कबाड़ न हो जाएं।


Body:शहडोल जिला मुख्यालय में जब सिटी बस की सेवा शुरू की गई तो इस पहल की सराहना हर किसी ने की, स्टूडेंट से लेकर हर किसी के लिए कम खर्च में सुविधाजनक यात्रा के लिए एक अच्छा साधन मिल गया था,लेकिन कुछ साल पहले बस सेवा शुरू तो की गई और अब लंबा वक़्त भी बीत गया बस सेवा पूरी तरह से बंद है।

सामुदायिक भवन की बढ़ा रहीं शोभा

नगरपालिका की ये नई नवेली बसें इन दिनों सड़कों में नहीं बल्कि नगरपालिका के सामुदायिक भवन की शोभा बढ़ा रही हैं । लम्बा वक्त बीत गया इन बसों को खड़े हुए लेकिन अबतक नगरपालिका इन बसों का क्या करना है कोई फैसला नहीं कर पाया है। इन बसों को फिर चलाना भी है या नहीं इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है।

छात्रों ने कहा अच्छी सुविधा थी फिर शुरू होनी चाहिये

नगर की बस सेवा लोगों के लिए काफी सुविधाजनक थी कॉलेज से लेकर स्कूल जाने वाले छात्रों के लिये ये बस सेवा बहुत ही सुविधा जनक थी। कॉलेज के कुछ छात्रों ने बताया कि वो हर दिन ट्रेन से आते हैं स्टेशन से उन्हें सिटी बस सेवा की सुविधा मिल गई थी अच्छा था आने जाने में सुविधा थी, लेकिन अब बन्द हो जाने से दिक्कत बढ़ गई है, लोगों को ऑटो से भारी भरकम किराया देकर आना पड़ता है। इसके अलावा भी शहर के कई हिस्सों में जाने वाले लोगों के लिए ये बस सेवा सुविधायुक्त थी लेकिन अब इसके बंद हो जाने से लोगों को दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है।

इसलिए बन्द हुई बसें

नगरपालिका अध्यक्ष उर्मिला कटारे ने बताया की हमारे परिषद की मंशा यही है परिषद मतलब हमारे पार्षदों की सभी बसे निरंतर गति से चलती रहें, लेकिन हमें इन बसों में खर्च बहुत ज्यादा है और इनकम बहुत कम है, इसलिये इन बसों को रोक दिया गया है। नगरपालिका अध्यक्ष ने बताया की हमारी बसें नो प्रॉफिट नो लॉस में भी चलें तो भी जनसेवा में हम इन बसों में लगाना चाहते हैं इन बसों को।

नगरपालिका अध्यक्ष ने बताया कि परिषद में प्रस्ताव को हम फिर लेकर जा रहे हैं, अगली जो मीटिंग इन बसों को लेकर हमारी होने वाली है, की इन बसों का क्या करना है ठेके में देना है, या फिर से चालू करना है।

हम भी चाहते हैं जिस सेवा के लिये हम बसों को लगा रहे हैं उसका सही उपयोग हो।

अभी जिस स्थिति में बस चल रही थी हमारी आंखों ने देखा है, कभी 4 तो कभी 6 सवारी मिलते थे, और बस चलाने का खर्च उतना ही हो रहा था। ऐसा लग रहा था कि बस का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है, अगर हमें सवारी मिलती है तो हम बस चलाने के लिए फिर से तैयार हैं।







Conclusion:गौरतलब है कि नगरपालिका की बसें बंद हो जाने से यात्रियों को दिक्कत तो हो ही रही है इसके अलावा सवाल भी खड़े हो रहे हैं कि क्या नगरपालिका कोई काम प्लान से नहीं करती है इतना ख़र्च करके नगर बस सेवा शुरू की गई लेकिन अब सामुदायिक भवन में खड़ी होकर ये बसें जंग खा रही हैं। क्या नगरपालिका के पास इन सिटी बसों को लेकर कोई प्लान बी तैयार नहीं था। क्या फिर से ये सिटी बस शुरू हो पाएंगी ये बड़ा सवाल है।
Last Updated : Sep 27, 2019, 12:15 PM IST
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