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अचानक आग लगने पर घबराएं नहीं, जानिए काबू पाने के तरीके

फायर ब्रिगेड प्रभारी राजकुमार विश्वकर्मा पिछले कई सालों से आग को बुझाने का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि आग को देखकर घबराएं नहीं बल्कि सबसे पहले फायर ब्रिगेड को किसी भी तरह से सूचना दें और फिर उसे सावधानी पूर्वक अपने तरीके से बुझाने की कोशिश करें.

फायर ब्रिगेड प्रभारी
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Published : Jun 7, 2019, 12:03 AM IST

शहडोल। आग लगने पर छोटी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है, आग जैसी घटनाओं को रोकना है तो थोड़ी अवेयर रहना होगा. थोड़ी सी सजगता बड़ी दुर्घटना और बड़े नुकसान से बचा सकती है.

आग लगने पर घबराएं नहीं.

इस तरह से रोके बड़ा नुकसान

ऐसे तरीके जिससे आगजनी जैसी घटनाओं से शुरुआती लेवल पर ही बचा जा सकता है. आखिर अलग-अलग तरह के आग में किस तरह से फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले सावधानी पूर्वक उस पर काबू पाएं.

फायर ब्रिगेड प्रभारी राजकुमार विश्वकर्मा पिछले कई सालों से आग को बुझाने का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि आग को देखकर घबराएं नहीं बल्कि सबसे पहले फायर ब्रिगेड को किसी भी तरह से सूचना दें और फिर उसे सावधानी पूर्वक अपने तरीके से बुझाने की कोशिश करें.

सुरक्षा की दृष्टि से घर में अग्निशामक यंत्र जरूर रखें ये बहुत काम आता है. कई बार इस यंत्र से ही पूरे आग पर काबू हो जाता है, क्योंकि ये आग को और ज्वलंत नहीं होने देता और और आग छोटे रूप में ही बुझ जाती है. उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि अग्नि शामक यंत्र अपने घर में जरूर रखें.
इलेक्ट्रिक की आग हो या फिर एलपीजी गैस की आग हो, या फिर किसी और तरीके से आग लगी ही अग्निशामक यंत्र बहुत काम का होता है.

गैस सिलेंडर से आग लगने पर

गैस सिलेंडर के लीकेज से लगने वाली आग से लोग डर जाते हैं तो इससे डरने की जरूरत नहीं है बल्कि अगर थोड़ी सजगता दिखाई जाए. इस पर काबू पाया जा सकता है. रसोई गैस से अगर आग लगती है तो टेंशन न लें उसमें एलपीज गैस होती है. वो बहुत कूलिंग होती है. सिलेंडर भी नीचे ठंडा हो जाता है और जब वो फ्लेमिंग करता है, तो 6 इंच ऊपर सिलेंडर के फ्लेमिंग करता है. इससे इंसान को घबराना नहीं चाहिए बल्कि आग लगने पर पहले तो तुरंत फायर ब्रिगेड को जानकारी दें और फिर उससे बचाव के लिए एक फट्टी ले. फट्टी को गीला कर लें, उसको तुरन्त एकदम से सिलेंडर में लपेटेंगे तो नेचुरल है कि आग बुझ जाएगी.

इलेक्ट्रिक से अगर आग लगे

अगर इलेक्ट्रिक फायर है तो भूलकर भी उसे पानी से बुझाने की कोशीश न करें, ये खतरनाक हो सकता है, अगर शार्ट शर्किट से आग लगती है तो पहले अग्निशामक यंत्र का इस्तेमाल करें और अगर वो नहीं है तो रेत का इस्तेमाल करें. अगर इलेक्ट्रिक से आग लगती है कि तुरन्त वहां का विद्युत कनेक्शन बन्द करें. जिससे करंट और कहीं न फैले.

थोड़ी सावधानी रखें

अपने घर या कहीं और जगह पर आसपास साफ सफाई रखें और कभी भी कहीं भी आग न लगाएं, शार्ट शर्किट से यहां अधिकतर आगजनि की घटनाएं देखने को मिलती हैं इसलिए हमेशा विद्युत कनेक्शन पर नज़र रखें वो लूज़ न हों, बॉर्ड प्लक लूज़ न हो, तार कहीं से कटे न हों, इन पर हमेशा निगरानी रखनी चाहिए. कोशिश करें घरों में ज्वलंत पदार्थ न रखें अगर जरूरी है तो पूरे सुरक्षा के साथ रखें लापरवाही पूर्वक न रखें.

फायर ब्रिगेड का नंबर

शहडोल में कहीं भी आग लगती है तो 101 टोल फ्री नंबर पर कॉल करके फायर ब्रिगेड को तो सूचना दे, . इसके अलावा 626-016-9700 नंबर पर भी कॉल करके सीधे फायर ब्रिगेड को सूचना दे सकते हैं.

शहडोल। आग लगने पर छोटी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है, आग जैसी घटनाओं को रोकना है तो थोड़ी अवेयर रहना होगा. थोड़ी सी सजगता बड़ी दुर्घटना और बड़े नुकसान से बचा सकती है.

आग लगने पर घबराएं नहीं.

इस तरह से रोके बड़ा नुकसान

ऐसे तरीके जिससे आगजनी जैसी घटनाओं से शुरुआती लेवल पर ही बचा जा सकता है. आखिर अलग-अलग तरह के आग में किस तरह से फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले सावधानी पूर्वक उस पर काबू पाएं.

फायर ब्रिगेड प्रभारी राजकुमार विश्वकर्मा पिछले कई सालों से आग को बुझाने का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि आग को देखकर घबराएं नहीं बल्कि सबसे पहले फायर ब्रिगेड को किसी भी तरह से सूचना दें और फिर उसे सावधानी पूर्वक अपने तरीके से बुझाने की कोशिश करें.

सुरक्षा की दृष्टि से घर में अग्निशामक यंत्र जरूर रखें ये बहुत काम आता है. कई बार इस यंत्र से ही पूरे आग पर काबू हो जाता है, क्योंकि ये आग को और ज्वलंत नहीं होने देता और और आग छोटे रूप में ही बुझ जाती है. उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि अग्नि शामक यंत्र अपने घर में जरूर रखें.
इलेक्ट्रिक की आग हो या फिर एलपीजी गैस की आग हो, या फिर किसी और तरीके से आग लगी ही अग्निशामक यंत्र बहुत काम का होता है.

गैस सिलेंडर से आग लगने पर

गैस सिलेंडर के लीकेज से लगने वाली आग से लोग डर जाते हैं तो इससे डरने की जरूरत नहीं है बल्कि अगर थोड़ी सजगता दिखाई जाए. इस पर काबू पाया जा सकता है. रसोई गैस से अगर आग लगती है तो टेंशन न लें उसमें एलपीज गैस होती है. वो बहुत कूलिंग होती है. सिलेंडर भी नीचे ठंडा हो जाता है और जब वो फ्लेमिंग करता है, तो 6 इंच ऊपर सिलेंडर के फ्लेमिंग करता है. इससे इंसान को घबराना नहीं चाहिए बल्कि आग लगने पर पहले तो तुरंत फायर ब्रिगेड को जानकारी दें और फिर उससे बचाव के लिए एक फट्टी ले. फट्टी को गीला कर लें, उसको तुरन्त एकदम से सिलेंडर में लपेटेंगे तो नेचुरल है कि आग बुझ जाएगी.

इलेक्ट्रिक से अगर आग लगे

अगर इलेक्ट्रिक फायर है तो भूलकर भी उसे पानी से बुझाने की कोशीश न करें, ये खतरनाक हो सकता है, अगर शार्ट शर्किट से आग लगती है तो पहले अग्निशामक यंत्र का इस्तेमाल करें और अगर वो नहीं है तो रेत का इस्तेमाल करें. अगर इलेक्ट्रिक से आग लगती है कि तुरन्त वहां का विद्युत कनेक्शन बन्द करें. जिससे करंट और कहीं न फैले.

थोड़ी सावधानी रखें

अपने घर या कहीं और जगह पर आसपास साफ सफाई रखें और कभी भी कहीं भी आग न लगाएं, शार्ट शर्किट से यहां अधिकतर आगजनि की घटनाएं देखने को मिलती हैं इसलिए हमेशा विद्युत कनेक्शन पर नज़र रखें वो लूज़ न हों, बॉर्ड प्लक लूज़ न हो, तार कहीं से कटे न हों, इन पर हमेशा निगरानी रखनी चाहिए. कोशिश करें घरों में ज्वलंत पदार्थ न रखें अगर जरूरी है तो पूरे सुरक्षा के साथ रखें लापरवाही पूर्वक न रखें.

फायर ब्रिगेड का नंबर

शहडोल में कहीं भी आग लगती है तो 101 टोल फ्री नंबर पर कॉल करके फायर ब्रिगेड को तो सूचना दे, . इसके अलावा 626-016-9700 नंबर पर भी कॉल करके सीधे फायर ब्रिगेड को सूचना दे सकते हैं.

Intro:Note _ इस खबर में अगर आग के फ़ाइल विसुअल चाहिए स्क्रिप्ट।में जिन घटनाओं का जिक्र किया हूँ वो 2605 MP SHO Aag in godam 7203529 नाम से विसुअल एफटीपी में मिल जाएंगे।



अचानक आग लगने पर घबराएं नहीं, जानिए तुरन्त इस पर काबू पाने के तरीके

शहडोल- शहडोल जिले में अभी हाल ही में कई बड़ी घटनाएं हुईं, जिसमें जिला मुख्यालय के एक गोदाम में भीषण आग लगी जिसमें कई लाख का नुकसान हुआ, उसी दिन एक ट्रक में आग लग गई पूरा का पुरा ट्रक जल गया। गोदाम में जो आग लगी वो बाजू में कचरे में लगे आग के तिनके से लगी तो ट्रक में शार्ट शर्किट से।

कभी कभी छोटी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है अगर आग जैसी घटनाओं को रोकना है तो थोड़ी अवेयर रहना होगा, थोड़ी सी सजगता बड़ी दुर्घटना और बड़े नुकसान से आपको बचा सकता है, जैसे अभी जो गोदाम में आग लगी थी अगर वहां का कचरा साफ होता या फिर जिसने भी कचरे में आग लगाई वो भरी दोपहरी की जगह अगर शाम को आग लगाया होता और वहां खड़ा होता तो हो सकता था कि बड़ी दुर्घटना नहीं होती।

बहरहाल आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे तरीके जिससे आगजनी जैसी घटनाओं से शुरुआती लेवल पर ही बचा जा सकता है कि आखिर अलग अलग तरह के आग में किस तरह से फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले सावधानी पूर्वक उस पर काबू पाएं।


Body:फायर ब्रिगेड प्रभारी राजकुमार विश्वकर्मा जो पिछले कई साल से आग को बुझाने का काम करते हैं बताते हैं कि लोग अगर थोड़ी सजग रहें तो किसी भी तरह के आग पर काबू पाया जा सकता है आग को देखकर घबराएं नहीं बल्कि सबसे पहले फायर ब्रिगेड को किसी भी तरह से सूचना दें।

और फिर उसे सावधानी पूर्वक अपने तरीके से बुझाने की कोशिश करें।

इसके लिए कोशिश करें की सुरक्षा की दृष्टि से घर में अग्निशामक यंत्र जरूर रखें ये बहुत काम आता है, कई बार इस यंत्र से ही पूरे आग पर काबू हो जाता है क्योंकी ये आग को और ज्वलंत नहीं होने देता और और आग छोटे रूप में ही बुझ जाती है।

इसके लिए जरूरी है कि अग्नि शामक यंत्र अपने घर में जरूर रखें, 2 केजी का आता है, उसे आप अपने घर में लगाकर रखें।

इलेक्ट्रिक की आग हो या फिर एलपीजी गैस की आग हो, या फिर किसी और तरीके से आग लगी ही अग्निशामक यंत्र बहुत काम का होता है।

गैस सिलेंडर की आग

अक्सर देखने को मिलता है कि इन दिनों एलपीजी गैस सिलेंडर का इस्तेमाल हर जगह होता है और कई ऐसी आगजनी की घटनाएं भी देखने को मिलती हैं जो गैस सिलेंडर से ही लगती हैं अक्सर देखने को मिलता है कि गैस सिलेंडर के लीकेज से लगने वाली आग से लोग डर जाते हैं तो इससे डरने की जरूरत नहीं है बल्कि अगर थोड़ी सजगता दिखाई जाए तो इस पर काबू पाया जा सकता है। रसोई गैस से अगर आग लगती है तो टेंसन न लें उसमें एलपीज गैस होती है वो बहुत कूलिंग होति है सिलेंडर भी नीचे ठंडा हो जाता है, और जब वो फ्लेमिंग करता है तो 6 इंच ऊपर सिलेंडर के फ्लेमिंग करता है। इससे इंसान को घबराना नहीं चाहिए बल्कि आग लगने पर पहले तो तुरन्त फायर ब्रिगेड को जानकारी दें और फिर उससे बचाव के लिए एक फट्टी ले, फट्टी को गीला कर लें, उसको तुरन्त एकदम से सिलेंडर में लपेटेंगे तो नेचुरल है कि आग बुझ जाएगी।

इलेक्ट्रिक से अगर आग लगे

अगर इलेक्ट्रिक फायर है तो भूलकर भी उसे पानी से बुझाने की कोशीश न करें, ये खतरनाक हो सकता है, अगर शार्ट शर्किट से आग लगती है तो पहले अग्निशामक यंत्र का इस्तेमाल करें और अगर वो नहीं है तो रेत का इस्तेमाल करें। अगर इलेक्ट्रिक से आग लगती है ति तुरन्त वहां का विद्युत कनेक्शन बन्द करें। जिससे करंट और कहीं न फैले।


Conclusion:थोड़ी सावधानी रखें

गर्मी के दिनों में अक्सर आगजनी की ज्यादा घटनाएं होती हैं इसलिए अक्सर ये ध्यान रखें कि थोड़ी सी सावधानी आपको बड़ी दुर्घटनाओं से बचा सकता है।

अपने घर या कहीं और जगह पर आसपास साफ सफाई रखें और कभी भी कहीं भी आग न लगाएं।, शार्ट शर्किट से यहां अधिकतर आगजनि की घटनाएं देखने को मिलती हैं इसलिए हमेशा विद्युत कनेक्शन पर नज़र रखें वो लूज़ न हों, बॉर्ड प्लक लूज़ न हो, तार कहीं से कटे न हों, इन पर हमेशा निगरानी रखनी चाहिए। कोशिश करें घरों में ज्वलंत पदार्थ न रखें अगर जरूरी है तो पूरे सुरक्षा के साथ रखें लापरवाही पूर्वक न रखें।

फायर ब्रिगेड का नंबर

शहडोल में कहीं भी आग लगति है तो 101 टोल फ्री नंबर पर कॉल करके फायर ब्रिगेड को तो सूचना दे ही सकते हैं इसके अलावा 6260169700 इस नंबर पर भी कॉल करके सीधे फायर ब्रिगेड को सूचना दे सकते हैं।
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