शहडोल। जिले के संयुक्त कलेक्टर रमेश सिंह ने अपने प्रशासनिक पद से इस्तीफा दे दिया है. अभी वो जिले के जयसिंहनगर में एसडीएम के पद पर पदस्थ थे. अब उन्हें लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है. पहले ही अनूपपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर रमेश सिंह काफी सुर्खियों में थे. माना जा रहा था कि रमेश सिंह राजनीति में उतर सकते हैं और अनूपपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि हाल ही में कांग्रेस ने अनूपपुर विधानसभा सीट से उपचुनाव के लिए विश्वनाथ सिंह को प्रत्याशी बनाया है. रमेश सिंह के इस्तीफे के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि यहां प्रत्याशी में बदलाव हो सकता है और रमेश सिंह के नाम पर मुहर लग सकती है.
कमलनाथ से मुलाकात के बाद दिया इस्तीफा
हालांकि कांग्रेस या रमेश सिंह की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन जिस तरह से प्रशासनिक अधिकारी रमेश सिंह क्षेत्र की राजनीति में एक्टिव रहे हैं, उससे सियासी पंडित अंदाजा लगा रहे हैं कि कहीं ना कहीं रमेश सिंह का इस्तीफा उनके राजनीतिक करियर की शुरूआत है. हाल ही में उन्होंने एक रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन भी किया था. जिसके बाद ये लगभग तय माना जा रहा था कि अनूपपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में रमेश सिंह कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी होंगे. लेकिन कांग्रेस ने विश्वनाथ सिंह के नाम पर मुहर लगाकर सबको चौंका दिया. बता दें प्रशासनिक अधिकारी रमेश सिंह ने पूर्व सीएम कमलनाथ से मुलाकात के बाद इस्तीफा दिया है. जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं.
पिछले कई महीने से चल रहा था कैंपेन
पिछले कई महीने से अनूपपुर में ‘हम हैं रमेश’ के नाम से एक कैंपेन भी चलाया जा रहा था. जिसमें काफी संख्या में युवा वर्ग शामिल हो रहा था. अब जब रमेश सिंह ने अपने प्रशासनिक पद से इस्तीफा दे दिया है, तो इसे उनकी राजनीतिक पारी की शुरूआत मानी जा रही है.
सोशल मीडिया में लिखा ‘आरंभ है प्रचंड’
रमेश सिंह ने अपने सोशल मीडिया फेसबुक में भी कुछ घंटे पहले ये अपडेट किया है कि 'आरंभ है प्रचंड' उनके इस मैसेज को लेकर भी काफी संख्या में कमेंट किए जा रहे हैं. उनके समर्थक उनसे जवाब मांग रहे हैं. ऐसे में रमेश ही इस सवाल का जवाब दे पाएंगे कि वे राजनीति में कदम रख रहे हैं या नहीं. लेकिन मौजूदा सियासी समीकरणों को देखते हुए ये कयास लगाए जा रहे हैं कि रमेश ने इस्तीफे के साथ चुनावी मैदान में हुंकार भर दी है.