शहडोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब एक जुलाई को शहडोल जिले के दौरे पर आ रहे हैं. जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है. भले ही जिले में झमाझम बरसात हो रही है, इस बारिश की वजह से 27 जून को पीएम का दौरा एक बार निरस्त भी हो चुका है, लेकिन अब जब एक जुलाई को पीएम शहडोल दौरे पर फिर से आ रहे हैं तो उसकी तैयारियां शुरू हैं. वैसे तो पीएम के स्वागत की तैयारियां 26 जून को ही पूरी हो गई थी, लेकिन बारिश के चलते 27 जून का दौरा रद्द कर दिया गया था. हालांकि नए शेड्यूल के मुताबिक पीएम अब 1 जुलाई को शहडोल आ रहे हैं. लिहाजा तैयारियों को आखिरी रूप दिया जा रहा है.
बारिश के बीच पीएम का दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शहडोल दौरा एक बार बारिश की वजह से स्थगित हो चुका है. वहीं जिले में अभी भी लगातार बारिश का दौर जारी है. कहा जा रहा है कि बारिश के बीच ही एक जुलाई को पीएम का दौरा होने जा रहा है. जिसकी तैयारियां तेज कर दी गई है. शहडोल जिले में जब से मॉनसून की एंट्री हुई है. पिछले चार पांच दिन से झमाझम बरसात हो रही है. खेत, खलिहान, नदी और नाले सभी पानी से लबालब हो चुके हैं. आज भी आसमान में बादल हैं और एक जुलाई को भी बारिश की आशंका जताई गई है.
सिकल सेल एनीमिया मिशन करेंगे लॉन्च: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल जिले के दौरे पर जब आएंगे तो पहले लालपुर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे. जहां लाखों लोगों के आने की उम्मीद की जा रही है. लालपुर मैदान से ही पीएम मोदी सिकल सेल एनीमिया को लेकर मिशन लॉन्च करेंगे. आयुष्मान कार्ड का वितरण करेंगे और फिर उसके बाद वहां से पकरिया ग्राम पंचायत में जाएंगे. जहां आम के बगीचे में ग्रामीण परिवेश का वातावरण बनाया गया है. अलग-अलग समूह के लोगों के बैठने की व्यवस्था बनाई गई है, एक तरह से कहा जाए तो जिस तरह से गांव में चौपाल लगती है, कुछ उसी तरह की व्यवस्था की गई है. वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठेंगे, उन ग्रामीणों से संवाद करेंगे. इसके अलावा देसी अंदाज में जमीन पर बैठकर भोजन भी करेंगे. अगर बारिश होती है तो उसके लिए भी व्यवस्था की गई है, बगीचे के बाजू से ही एक डोम भी लगाया गया है और वहां भी सारी वैसी ही व्यवस्था की गई है, जहां संवाद भी हो सके और भोजन भी.
गांव की चौपाल, इतने लोगों से बात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पकरिया आम के बगीचे में 362 लोगों से संवाद करेंगे. इसमें पेसा एक्ट के 62 लोगों को रखा गया है, जो पीएम के साथ संवाद के लिए मौजूद रहेंगे. इसके अलावा जनजातीय समाज के वरिष्ठ जन 100 लोग रहेंगे. स्व सहायता समूह की लखपति बहने भी सौ की संख्या में रहेंगी और फुटबॉल क्लब के 100 सदस्य भी चर्चा में शामिल रहेंगे. जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलग-अलग तरीके से बात करेंगे.
इस गांव की महिलाएं भी हैं खास: पीएम मोदी जिस गांव पर चौपाल करने के लिए आ रहे हैं. वहां की महिलाएं भी किसी से कम नहीं हैं. शहडोल जिले के पकरिया ग्राम पंचायत की सरपंच और उपसरपंच भी महिला ही हैं. इस गांव की सरपंच गेंदबाई बैगा पिछले कार्यकाल में भी सरपंच रही हैं, तो वहीं उप सरपंच रेखा दीपक चौधरी हैं. यह भी पिछले 5 वर्षों से निर्विरोध उपसरपंच का दायित्व संभाल रही हैं. पीएम जब शहडोल जिले के पकरिया गांव में संवाद करेंगे तो जनजातीय समुदाय के प्रमुख लोगों के साथ तो चर्चा करेंगे ही, साथ ही लखपति बहनों से भी संवाद करेंगे.
महिला सरपंच: पकरिया गांव में आजीविका मिशन के समूहों के माध्यम से कई महिलाएं लखपति बन गई हैं. इस गांव में 39 समूहों की 442 महिलाएं आजीविका मिशन के समूहों से जुड़ी हुई हैं. पकरिया गांव की एक और खास बात है की इस गांव में 20 वार्ड आते हैं. जिसमें से 13 वार्डों पर महिला पंचों का कब्जा है, सिर्फ 7 वार्ड ऐसे हैं जहां पुरुष वर्ग के लोग पंच हैं, इतना ही नहीं 4 वार्ड में तो निर्विरोध दो बार यहां महिलाएं पंच बन चुकी हैं. सभी महिलाओं को दूसरी बार ग्रामीणों ने अपने वार्ड में पंच बनाया है और निर्विरोध चुना है. जो इस गांव के लिए एक मिसाल है.
फुटबॉल खिलाड़ी भी हैं खास: पीएम संभाग के कुछ चुनिंदा फुटबॉल खिलाड़ियों से भी चर्चा करेंगे. यह खास खिलाड़ी हैं, क्योंकि इन दिनों शहडोल संभाग में फुटबॉल क्रांति चल रही है. यहां संभाग भर के अलग-अलग फुटबॉल क्लबों से 100 लोगों को सलेक्ट किया गया है. जो पीएम के साथ संवाद स्थापित करेंगे. कमिश्नर ने 27 सितंबर 2021 को फुटबॉल क्रांति अभियान की शुरुआत की थी. इस अभियान के तहत शहडोल संभाग के सभी ग्राम पंचायतों में लगभग एक हज़ार फुटबॉल क्लब गठित किए गए हैं. लगभग 15 हजार बालक-बालिकाएं फुटबॉल खेल के मैदान से जुड़ी हुई हैं. वहीं ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में साल 2021-22 में 85 फुटबॉल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई हैं.
प्रतिभा के धनी हैं फुटबॉल खिलाड़ी: पीएम से फुटबॉल के जो खिलाड़ी संवाद करेंगे उनमें एक 4 साल और एक 5 साल का फुटबॉल प्लेयर भी लोगों का ध्यानाकर्षण करेगा. अनिदेव देव सिंह गोंड़ जिसकी उम्र 4 साल है और यश बैगा जिसकी उम्र 5 साल है. यह दो बच्चे भी संवाद में शामिल होंगे, यह दोनों बच्चे फुटबॉल के काफी टैलेंटेड खिलाड़ी हैं. इनके बारे में कहा जाता है कि अगर इन्हें अच्छी सुविधा मिली और सही गाइडेंस मिला तो आगे ये दोनों बच्चे इंटरनेशनल लेवल तक खेल सकते हैं, क्योंकि इनमें अद्भुत प्रतिभा है. यह बात फुटबॉल फेडरेशन से आए ऑल इंडिया लेवल के कोच भी इनकी तारीफ में कह चुके हैं.
पेसा एक्ट के समिति के लोग भी होंगे शामिल: चौपाल में पेसा कानून के लिए काम कर रही समितियां भी शामिल होंगी. जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चर्चा करेंगे. ऐसे समूहों को भी शामिल किया गया है, जो पेसा एक्ट के लिए अपने क्षेत्र में अच्छा काम कर रही है. अनिल साहू भूमि प्रबंधन कृषि योजना समिति समूह के सदस्य हैं, बताते हैं कि उनकी समिति के सभी मेंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए काफी उत्साहित हैं. पेसा कानून 2022 जो लागू हुआ है, उस कानून में जो हमारी समिति गांव में काम कर रही है, उसमें हमने गांव में क्या कार्य किया है, उसे लेकर चर्चा होगा.
विदाई गिफ्ट भी देने की है तैयारी: पकरिया गांव में ग्रामीण परिवेश में पीएम के लिए जो ग्रामीण चौपाल की तैयारी की गई है, उसमें विदाई गिफ्ट भी विशेष रखा गया है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की विदाई गिफ्ट भी बैगा आर्ट ही होगी. जिसे पद्मश्री अवार्ड विजेता उमरिया की रहने वाली बुधिया बाई ने तैयार किया है. इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश सरकार ने बुधिया बाई के साथी डिंडोरी जिले के कलाकार अर्जुन सिंह को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया है.
लोक कला और संस्कृति की बिखरेगी छटा: पकरिया गांव में पीएम मोदी आम के बगीचे में अलग-अलग विशेष समूहों के साथ ग्रामीण चौपाल की तरह वातावरण में संवाद भी करेंगे. जहां उनका विशेष स्वागत भी किया जाएगा. पीएम जनजाति कला व संस्कृति से भी रूबरू होंगे. इसमें कन्या शिक्षा परिसर कटकोना और कंचनपुर की छात्राओं के साथ ही डिंडोरी के मशहूर जनजाति कलाकार अर्जुन सिंह का दल भी शामिल होने आ सकता है.
पीएम के भोजन में ये होगा खास: प्रधानमंत्री के भोजन में कोदो, कुटकी, लौकी की सब्जी, मक्के की रोटी, भाजी, अमरू का जूस, बेल का शरबत, आम का पना, इंद्रहर की कढ़ी, गुजराती कढ़ी, तिल का लड्डू और महुआ का मालपुआ परोसने की तैयारी है.
मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल: इतना ही नहीं प्रधानमंत्री जिस मिट्टी के मटके का पानी पीएंगे, वह चंदिया का होगा, गिलास भी मिट्टी का ही होगा. पीएम गांव के 25 जनजाति बंधुओं के साथ बैठकर भोजन करेंगे. इस दौरान राज्यपाल व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी साथ रहेंगे. पकरिया गांव में पीएम के आगमन को लेकर विशेष तैयारी की गई है. अभी आम के बगीचे में ग्रामीण नैसर्गिक वातावरण में ग्राम चौपाल की तरह ही पूरी तरह से व्यवस्था की गई है.