शहडोल। ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष एकादशी से भगवान शयन सैय्या में चले जाते हैं. उनको शयन सैय्या में चार माह लगता है, जिसे हम चातुर्मास कहते हैं. कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी से भगवान का जागरण होता है.
कल से शुभ मुहूर्त बंद रहेंगे : शास्त्रों के अनुसार 8 जुलाई 2022 से सभी शुभ मुहूर्त बंद हो रहे हैं और इस 4 माह में जिसे चतुर्मास बोलते हैं. 24 नवंबर के पहले तक कोई शुभ कार्य नहीं होंगे. विवाह नहीं होंगे. उपनयन संस्कार, कर्ण भेद, वधू प्रवेश, मुंडन, गृह प्रवेश आदि सभी कार्य बंद हो जाते हैं. पर शास्त्रों में एक थोड़ी सी छूट दी गई है, जहां पर प्राचीन और प्रतिष्ठित मूर्तियां होती हैं. जहां प्राचीन मूर्तियों की स्थापना रहती है, जहां पर शक्तिपीठ रहती हैं, वहां मुंडन कन्छेदन जैसे काम किया जा सकते हैं.
शादी के फेरे लेने के बाद दुल्हन को मतदान कराने वोटिंग सेंटर पहुंचा दूल्हा, वोटिंग के बाद कराई विदाई
इन चार माह में शुभ कार्य नहीं होते : इस दौरान विवाह जैसे कार्य होना वर्जित हैं, यानी 4 माह तक विवाह के मुहूर्त नहीं हैं. 4 माह तक शुभ कार्य पूरी तरीके से बंद रहेंगे. 24 नवंबर 2022 से शुभ विवाह के मुहूर्त खुल जाएंगे, जो लगातार चलती रहेंगी, उसमें सारे मुहूर्त शुरू हो जाएंगे. ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि वो और उनके पंडित ही सौ डेढ़ सौ शादियां मौजूदा सीजन में करा चुके हैं. शास्त्री बताते हैं कि एक सीजन में इतनी शादियां उन्होंने कभी नहीं देखी, जितनी मौजूदा सीजन में हुई हैं. (No auspicious time for marriage four months)