शहडोल। रेत माफिया द्वारा पटवारी को कुचलने की खबर दिनभर सुर्खियों में बनी रही.शहडोल जिले के देवलोंद थाना क्षेत्र में रविवार को रेत माफिया ने ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया. रेत माफिया ने जिस पटवारी को मौत के घाट उतारा उस पटवारी का नाम प्रसन्न सिंह बघेल है.
कहां के रहने वाले थे पटवारी प्रसन्न: शहडोल में पदस्थ जिस पटवारी की माफिया ने जान ले ली उस पटवारी का नाम प्रसन्न सिंह बघेल है और वे रीवा जिले के सिमरिहा थाना क्षेत्र के बरांव गांव के रहने वाले थे. बताया जा रहा है कि प्रसन्न घर का इकलौता बेटा था अब घर में बुजुर्ग माता-पिता ही हैं.
फौज की नौकरी के बाद बने थे पटवारी: बता दें की रेत माफिया ने जिस पटवारी प्रसन्न सिंह बघेल को ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया वो पहले फौज की नौकरी में थे. फौज की नौकरी से रिटायर होने के बाद साल 2018 में पटवारी की नौकरी ज्वाइन की थी. तब से लेकर अब तक वो शहडोल जिले में ही पदस्थ थे.
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पटवारी संघ नाराज: जिस तरह से रेत माफिया ने ट्रैक्टर से कुचलकर पटवारी की जान ली है उसके बाद अब पटवारी संघ भी नाराज नजर आ रहा है. पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष का कहना है कि जिले में इतनी बड़ी घटना हो गई उसके बाद भी कलेक्टर और एसपी जिला मुख्यालय में ही रहे. दोनों अफसर घटनास्थल का निरीक्षण करने भी नहीं पहुंचे. सुबह 7 बजे ही शव का पीएम कराकर आनन फानन में शव को पटवारी के गृह नगर के लिए रवाना कर दिया. पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष का कहना है कि इस मामले में पटवारी संघ अब विरोध प्रदर्शन करेगा.
एडीजीपी पहुंचे थे घटनास्थल: शहडोल जोन के एडीजीपी डीसी सागर ने जिला प्रशासन की ओर से घटनास्थल का निरीक्षण किया था. और घटना को हृदय विदारक बताया. पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम में ट्रैक्टर चालक को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था अब ट्रैक्टर मालिक नारायण सिंह जो की मैहर का रहने वाला है उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है.