शहडोल। भारतीय जनता पार्टी का इस बार विंध्य पर पूरा फोकस नजर आ रहा है और इसी वजह से लगातार केंद्रीय नेतृत्व का दौरा विंध्य में देखने को भी मिल रहा है. मौजूदा साल में अभी कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रीवा में सभा कर हुंकार भर चुके हैं. अब जून महीने में आदिवासी बाहुल्य इलाके शहडोल में आने वाले हैं, जिसे राजनीतिक पंडित आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए इसे बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक मान रहे हैं. राजनीतिक जानकारों की मानें तो पीएम मोदी का इस आदिवासी अंचल में यह दौरा विंध्य में काफी असर छोड़ेगा और बीजेपी को इसका काफी फायदा भी होगा. (BJP Mission 2023)
27 को गरजेंगे पीएम मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासी बाहुल्य जिला शहडोल में 27 जून को एक बड़ी सभा करने जा रहे हैं, जहां पीएम मोदी पहले शहडोल के लालपुर मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे और फिर यहां से 17 राज्यों के लिए सिकल सेल एनीमिया मिशन का भी शुभारंभ करेंगे. वहीं 1 करोड़ हितग्राहियों को स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए आयुष्मान कार्ड भी सौंपेंगे. इसके बाद पीएम मोदी का सबसे प्रभावी कार्यक्रम रखा गया है, इसे काफी अहम माना जा रहा है. इस आदिवासी जिले में जो थोड़ा हटके कार्यक्रम है वह है जनजातीय समुदाय की महिला और पुरुष से संवाद और उनके साथ भोजन. जिला प्रशासन पीएम मोदी के आगमन की तैयारियों में जुट चुका है. एसपीजी के एआईजी भी दिल्ली से शहडोल आकर डेरा डाल चुके हैं. वो सभास्थल से लेकर पकरिया गांव जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाएंगे वहां भी सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण कर चुके हैं और सुरक्षा मानकों की देखरेख कर रहे हैं.
मोदी का दौरा बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक: पीएम मोदी के शहडोल दौरे को बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है. साल 2018 में भी विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी जिले के इसी लालपुर मैदान में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किए थे. पीएम मोदी के इस दौरे के बाद विंध्य में इसका अच्छा खासा असर भी देखने को मिला था. 2018 में विंध्य से बीजेपी को बहुत बड़ी बढ़त मिली थी. विंध्य में 30 विधानसभा सीट हैं, जिनमें से बीजेपी को 24 सीटों में जीत मिली थी, तो वहीं कांग्रेस 6 सीटों पर ही अपना कब्जा जमा सकी थी. उस दौरान यही कहा जा रहा था कि पीएम मोदी के दौरे के बाद से विंध्य का पूरा माहौल बदल गया था और इस बार इसीलिए आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी विंध्य में पूरा फोकस कर रही है. जिसमें वो अपनी पूरी ताकत झोंक रही है और शायद इसीलिए केंद्रीय नेतृत्व भी लगातार विंध्य में बैक टू बैक दौरे भी कर रहा है.
मोदी रीवा तो शाह सतना का कर चुके हैं दौरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूदा साल में ही विंध्य के रीवा में 24 अप्रैल को दौरा कर चुके हैं और जनसभा को संबोधित भी कर चुके हैं. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विंध्य के सतना का दौरा कर चुके हैं, जहां वो कोल महाकुंभ में शामिल हुए थे. (PM Modi visit Shahdol on 27 june)
शहडोल संभाग में बीजेपी की स्थिति: शहडोल संभाग में शहडोल, अनूपपुर और उमरिया 3 जिले आते हैं, ये सभी जिले आदिवासी बाहुल्य जिला हैं और यहां टोटल 8 विधानसभा सीटें हैं. इनमें से महज एक विधानसभा सीट ही सामान्य सीट है जो कोतमा विधानसभा सीट है. इसके अलावा सभी आदिवासी आरक्षित सीटें हैं, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को शहडोल संभाग की 8 विधानसभा सीटों में से 3 सीटों पर जीत मिली थी. ये तीनों सीट अनुपपुर जिले से मिली थी और फिर यहां हुए उपचुनाव के बाद अनुपपुर विधानसभा सीट बीजेपी के कब्जे में चली गई थी.
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आदिवासियों को साधने की कोशिश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस आदिवासी जिले के दौरे को राजनीतिक जानकार बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक तो मान ही रहे हैं, साथ ही आदिवासी अंचल में आदिवासियों के साधने के लिए मोदी का यह दौरा भी काफी अहम माना जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि जो काम प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान नहीं कर पाए अब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने इस दौरे से आदिवासियों के बीच करेंगे. देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दौरे का असर विंध्य में तो देखने को मिलेगा ही, साथ ही साथ शहडोल संभाग, डिंडोरी, मंडला पर भी देखने को मिलेगा. मोदी के इस दौरे का असर देखने को मिल सकता है.