शहडोल। जिला चिकित्सालय जहां सिलसिलेवार तरीके से बच्चों की मौत को लेकर सुर्खियों में है, वहीं दूसरी ओर अब जिला चिकित्सालय की और भी लापरवाही सामने आ रही है. जिला चिकित्सालय की लापरवाही सोमवार को उस समय फिर से उजागर हो गई, जब प्रसव के लिए एक महिला को पूरी रात बेड नहीं मिला, जिस कारण उसे पूरी रात जमीन पर ही बिताना पड़ा.
जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही
जिला चिकित्सालय अपनी लापरवाहियों को लेकर लगातार सुर्खियों में है. प्रसूता भारती कहार ने बताया कि वो चार बजे के करीब एंबुलेंस से जिला अस्पताल आई थी. जब उसको दर्द उठा तो एक मैडम ने उन्हें चेक किया और बोलीं अभी टाइम है, टहलो आप हो गया. प्रसूता भारती कहार ने बताया कि उसे पूरी रात बेड नहीं मिला जिसके चलते उसे अस्पताल के फर्श पर ही पूरी रात बितानी पड़ी.
सिविल सर्जन ने दी ये सफाई
इस पूरे मामले में जब सिविल सर्जन से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि आज मेडिकल कॉलेज डे है. मेटरनिटी में भीड़ है. चूंकि राउंड तीनों वार्डों में राउंड भी चल रहे हैं. हर वार्ड में हर जगह डॉक्टर इनवॉल्व हैं, तो हो सकता है कहीं उनको दिक्कत आई हो.
बहरहाल जो भी हो, लेकिन शहडोल जिला अस्पताल लगातार अपनी लापरवाहियों को लेकर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. सिलसिलेवार तरीके से बच्चों की मौत को लेकर जहां पूरे देश में शहडोल जिला अस्पताल इन दिनों सुर्खियों में हैं तो वहीं अब जिला अस्पताल की लापरवाहियां भी सुर्खियां बटोर रही हैं.