शहडोल। कोरोना महामारी का कहर चारों ओर बढ़ता ही जा रहा है, जिसके चलते देशभर में हाहाकार मचा हुआ है. इससे बचाव के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को सबसे अहम उपाय माना जा रहा है. इस बीच जिले में हर दिन कोरोना के नए संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. यहां महामारी से बचाव के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाए जा रहे हैं. जिनमें से एक है जिला मुख्यालय में होर्डिंग लगाकर जनप्रतिनिधि मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं, इस पोस्टर में स्थानीय जनप्रतिनिधि मास्क लगाने की अपील तो कर रहे हैं, लेकिन होर्डिंग में वो खुद मास्क लगाना भूल गए.
पीएम, सीएम ने लगाया मास्क, स्थानीय जन प्रतिनिधि भूले
दरअसल, बुढ़ार चौक के पास एक बड़ा सा पोस्टर लगा है, यह पोस्टर नगरपालिका के सौजन्य से लगाया गया है, जिसमें पीएम और सीएम के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि भी हैं, और सभी एक साथ आम लोगों से मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं. इस पोस्टर में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मास्क नहीं लगाया है, जबकि वो जनता से मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं. दरअसल, पोस्टर में पीएम और सीएम के चेहरे पर तो मास्क लगा हुआ है, लेकिन इस पोस्टर में मौजूद सांसद, विधायक, नगर पालिका अध्यक्ष, और नगर पालिका उपाध्यक्ष बिना मास्क लगाए ही मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं.
आम जनता भला कैसे लेगी सीख
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की निरंकुशता पहले ही जिले में देखने को मिल रही है. अब जिला मुख्यालय में अवेयरनेस के लिए लगे होल्डिंग्स में भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चूक देखी जा सकती है. जब उसी पोस्टर में पीएम और सीएम खुद मास्क लगाकर मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं, तो फिर क्या स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने यह जरूरी नहीं समझा कि वह भी मास्क लगाकर लोगों से अपील करें. जब खुद स्थानीय जनप्रतिनिधि इस तरह की चूक करेंगे, तो आम जनता कैसे सीख लेगी.
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कोरोना की लड़ाई में एक्टिव नहीं हैं स्थानीय जनप्रतिनिधि
जिले में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. यहां कोरोना के गंभीर मरीजों की हर दिन मौत हो रही है. मेडिकल कॉलेज में बेड नहीं बचे हैं. इसके साथ ही ऑक्सीजन की कमी लगातार देखने को मिल रही है. लोगों को समय रहते दवाइयां नहीं मिल रही हैं. ऐसे समय में भी स्थानीय जनप्रतिनिधि एक्टिव नजर नहीं आ रहे हैं. सांसद हिमाद्री सिंह अब तक कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में हालात जानने तक नहीं पहुंची है. मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत हो रही है, लेकिन हिमाद्री सिंह मेडिकल कॉलेज का जायजा लेने जिला मुख्यालय तक नहीं पहुंच सकी. इतना ही नहीं कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में चाहे विधायक हो या फिर कोई और स्थानीय जनप्रतिनिधि सभी सुस्त नजर आ रहे हैं.