शहडोल। बढ़ती महंगाई ने दीपावली की रौनक कम कर दी है. पेट्रोल और डीजल के बढ़े दामों का असर फूल बाजार में भी देखने को मिल रहा है. दीपावली में फूल की काफी ज्यादा डिमांड रहती है, खासकर घर को सजाने,पूजा-पाठ करने और लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष तरह के फूल भी बाजार से खरीदे जाते हैं. लेकिन इस बार तरह-तरह के अलग-अलग रंग के मनमोहक फूलों को घर लाना इतना आसान नहीं होने वाला है, क्योंकि फूल पर भी महंगाई की मार देखने को मिल रही है. व्यापारी भी इस दीपावली में बहुत ज्यादा बिक्री की उम्मीद नहीं लगा रहे हैं.
फूल बाजार पर भी महंगाई की मार
शहडोल जिले में फूल बाजार पर भी महंगाई की मार देखने को मिल रही है. दीपावली का त्यौहार जैसे ही आता है, हर बार की तरह फूल का व्यापार करने वाले व्यापारियों की उम्मीदें बढ़ जाती हैं. लेकिन इस बार तेल के बढ़ते दाम का असर फूल बाजार पर भी देखने को मिल रहा है.
शहडोल जिला मुख्यालय के मुख्य चौक गांधी चौक पर पिछले कई सालों से फूल की दुकान लगा रहे राहुल माली बताते हैं कि फूल बाजार की ओर ग्राहकों का कम ही रुझान है. मौजूदा साल जिस तरह से और त्योहारों का हाल रहा है कुछ वैसा ही उम्मीद वह दीपावली में भी लगा कर बैठे हैं. राहुल माली ने बताया कि फूलों के दाम में 50% तक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जिससे डिमांड कम हो गयी है. ऐसे में वह इस दीपावली में ज्यादा उम्मीद लगाकर नहीं बैठे हैं. हर दीपावली में व्यापारी 80% तक बाहर से सामान मंगाते थे, लेकिन महंगाई के कारण इस बार महज 30% ही अलग-अलग जगह से फुल मंगवाए हैं, क्योंकि बढ़ी कीमतों के बीच उन्हें ज्यादा बिक्री का भरोसा नहीं है.
लक्ष्मी जी को प्रिय है ये फूल
ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि दीपावली में लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है, और कमल का फूल उनका सबसे पसंदीदा फूल माना गया है. शास्त्रों में लिखा है कि लक्ष्मी जी पर कमल का फूल चढ़ाने से साल भर घर में धन की वर्षा होती है. वहीं लाल फूल चढ़ाने से उस घर में सौभाग्यता और धन की वर्षा होती है, जबकि कुमुदिनी का फूल चढ़ाने से तीन लाभ होते हैं, धन की वर्षा होती है सौभाग्यता होती है और घर में शांति रहती है. कुल मिलाकर तीन फूल लक्ष्मी जी को विशेष तौर पर चढ़ाए जाते हैं. दीपावली पर कमल और गेंदे के फूल की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है, क्योंकि कमल के फूल माता लक्ष्मी पर चढ़ाये जाते हैं, तो वहीं गेंदे के फूल का इस्तेमाल घर को सजाने और माला बनाने के लिए होता है.
बाहर से मंगवाए जाते हैं फूल
देखा जाए तो शहडोल जिले में फूल की ज्यादा खेती भी नहीं होती है. हॉर्टिकल्चर विभाग के मुताबिक, शहडोल जिले में लगभग 2 हेक्टेयर रकबे में ही फूल की खेती होती है. ऐसे में ज्यादातर फूल शहडोल जिले में बाहर से ही लाए जाते हैं. फूल व्यापारी राहुल माली बताते हैं शहडोल में जबलपुर, बनारस, उज्जैन से फूल मंगाए जाते हैं. इसके अलावा कमल के फूल दीपावली के लिए स्पेशल तौर पर कोलकाता से मंगाए जाते हैं.