शहडोल। इस बार की चैत्र नवरात्र की शुरुआत मंगलवार यानी आज से शुरू होने जा रही है. आखिर इस नवरात्र में शुभ मुहूर्त कब से कब तक का रहेगा. इस नवरात्र में किस राशि के जातक के लिए बहुत कुछ अच्छा होने वाला है, तो वहीं किस राशि के जातक को क्या कुछ विशेष करना चाहिए और इस कोरोना काल में अगर पूजा के लिए घर में पंडित को नहीं बुला पा रहे हैं, तो कैसे इस नवरात्र में नियमानुसार तरीके से पूजा करें जानिए ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से.
चैत्र नवरात्र शुभ मुहूर्त
पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि इस बार की जो चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही है. उसके लिए शुभ मुहूर्त प्रातः कालीन सुबह भोर में 4:00 बजे से लेकर 8:00 बजे तक विशेष मुहूर्त है घटस्थापना के लिए तो वही सायं कालीन 6:00 बजे से लेकर 8:00 बजे तक जवारा बोने का विशेष मुहूर्त है या फिर मूर्ति स्थापना करना है. घटस्थापना करना है इसके लिए भी शुभ मुहूर्त है.
जानिए किस राशि के लिए कैसा
राशियों के हिसाब से देखें तो अलग-अलग राशियों के लिए अलग-अलग समय है. किसी के लिए काफी शुभ संयोग बन रहे हैं, तो किसी को अपने समय को बेहतर करने के लिए विशेष पूजा पाठ की आवश्यकता है ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री अलग-अलग राशियों के बारे में बताते हैं.
मेष राशि- मेष राशि के जातक के लिए ये नवरात्रि सर्वोत्तम समय है इस राशि वाले जातक प्रतिपदा, पंचमी, अष्टमी को व्रत करें पूजन करें इस राशि के जातकों के लिए विशेष शुभ रहेगा कुल मिलाकर कोई भी अच्छा कार्य अगर आप करना चाहते हैं तो इससे बेहतर समय आपके लिए नहीं हो सकता है। धन-धान्य से परिपूर्ण होंगे स्वस्थ होंगे पूरे परिवार के लिए खुशहाल रहेगा
वृष राशि- वृष राशि के जातकों के लिए भी यह समय काफी शुभ रहने वाला है, वृष राशि के जातक देवी मां की विशेष मुहूर्त में स्थापना करके सफेद फूल पुष्प चढ़ाकर देवी जी की पूजा अर्चना करें उनके लिए भी यह समय उत्तम है। इनके लिए भी विशेष लाभकारी होगा.
मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातकों के लिए समय थोड़ा मध्यम रहेगा ऐसे जातक सफेद फूल या लाल फूल, हर तरह के रंग बिरंगे फूल प्रतिमा में चढ़ा कर वहां देवी मां की पूजा अर्चन करें जिससे इनके लिए भी शुभ संयोग बनने शुरू होंगे। इस नाम के जातक प्रतिपदा, अष्टमी को व्रत करें और नारियल और ताज़े फल मूर्ति में चढ़ाकर के उनसे प्रार्थना करें, तो इनका भी समय उत्तम होगा.
कर्क राशि- कर्क राशि वाले जातक जितने भी हैं सभी सफेद चावल चढ़ाकर देवी जी के पास कवच का पाठ करें या फिर वहां पर दुर्गा सती का पाठ करें हवन करें पूजन करें इनके लिए भी शुभ समय रहेगा। इस राशि के जातक अगर व्रत कर सकते हैं तो पूर्ण करें नहीं करते हैं तो हर दिन देवी दर्शन करें, अगर दर्शन भी नहीं कर पा रहे हैं तो प्रतिपदा पंचमी और अष्टमी को व्रत करें हवन करें तो उनका पूरा परिवार खुशहाल रहेगा धन धान्य की कमी नहीं होगी शुभ समाचार इन के लिए आएगा.
सिंह राशि- सिंह राशि वालों के लिए विशेष शुभ समय नहीं है मध्यम से थोड़ा कम समय है ऐसे जातक तो विशेष रूप से माता जी की आराधना करें पूजन करें प्रत्येक दिन हवन करें वहां पर आरती पूजन करें जिससे इनके योग में भी सुधार आएगा और समय बेहतर होगा.
कन्या और तुला राशि- कन्या राशि और तुला राशि वालों के लिए भी माध्यम समय रहेगा ऐसे जातक मैया का दर्शन प्राप्त करें अगर व्यवस्था हो सके तो प्रतिपदा से लेकर नवरात्रि के 9 दिन तक व्रत करें घटस्थापना करें पूजन अर्चना करें तो इनका भी जो खराब समय है शुभ समय में बदल जाएगा और ऐसे जातक को शुभ संकेत मिलेंगे
वृश्चिक राशि और धनु राशि- वृश्चिक और धनु राशि वालों के लिए मध्यम समय रहेगा ऐसे राशि के जातक मां दुर्गा की प्रतिमा के पास जाकर हवन पूजन करें, दीपक जलाएं आरती करें मां दुर्गा कवच का पाठ करें इनके लिए शुभ समय रहेगा.
मकर राशि और कुंभ राशि- मकर राशि और कुंभ राशि वालों के लिए शुभ समय नहीं है इस राशि में शनि की ढैया शनि की साढ़ेसाती चल रही है ऐसे में जातक विशेष रूप से देवी मां की प्रतिमा की स्थापना करके अपना एवं अपने परिवार के कल्याण के लिए प्रार्थना करें और हवन पूजन करें, लाल फूल का माला चढ़ाएं मुनक्का चढ़ाएं ऐसे जातक इस तरह से अगर पूजा करते हैं तो इनका भी अशुभ समय शुभ समय में बदल जाएगा और जातक के लिए सबकुक ठीक रहेगा.
मीन राशि- मीन राशि वालों के लिए विशेष शुभ समय रहेगा ऐसे जातक प्रातः कालीन समय में जाकर स्नान करके मां दुर्गा की प्रतिमा के पास बैठकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें ऐसे में जातक के लिए शुभ समय रहेगा और शुभ समाचार मिलेंगे.
बिना पंडित ऐसे करें पूजा
कोरोना काल चल रहा है और अगर चैत्र नवरात्र में आप अपने घर में अकेले ही पूजा करना चाहते हैं. पंडित को नहीं बुलाना चाहते तो पूजा करने की आसान विधि बताते हुए पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि कोरोनाकाल चल रहा है अगर लोग अपने घरों में खुद से पूजा करना चाहते हैं, तो अपने घर में एक जगह को पहले साफ स्वच्छ करें उस स्थान को पवित्र करें और एक पटा रखें, पटा के ऊपर लाल कपड़ा बिछाएं और दुर्गा मां की प्रतिमा रख कर के वहां जल से स्नान करें, दूध से स्नान कराएं धूप दीप नैवेद्य वहां चढ़ाकर हवन करें आरती पूजन करें. अगर मंत्र नहीं आता है तो मां दुर्गा दिवैयई नमः का उच्चारण करते हुए देवी मां की स्थापना पूजन करें. तो मां प्रसन्न होंगी और उस परिवार का अवश्य कल्याण होगा.