शहडोल। भारतीय जनता पार्टी ने इस बार जयसिंहनगर विधानसभा सीट पर जिस महिला प्रत्याशी को मैदान में उतारा है, उसके बाद से ही विरोध के स्वर उठने लगे हैं. बीजेपी ने मनीषा सिंह को टिकट दिया है. मनीषा सिंह वर्तमान में शहडोल जिले के जैतपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. जैतपुर से इस बार मनीषा सिंह की स्थिति अच्छी नहीं बताई जा रही थी. उनके विधानसभा क्षेत्र के गांवों से विरोध की खबरें भी आती रही हैं. जब 2023 विधानसभा चुनाव के लिये भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया तो मनीषा सिंह को जैतपुर की जगह जयसिंहनगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बना दिया.
बीजेपी के बागी बढ़ाएंगे मुसीबत : जयसिंहनगर के विधायक जयसिंह मरावी को जैतपुर से प्रत्याशी बना दिया, लेकिन जैसे ही जयसिंहनगर विधानसभा सीट से मनीषा सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट दिया. उसके बाद से ही बीजेपी में अंतर्कलह शुरू हो गई. इसका असर भी दिखना शुरू हो गया. बीजेपी के लिए उन्हीं के पार्टी के बागी कार्यकर्ता मुसीबत बढ़ा रहे हैं. रमेश कोल भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, वह निर्दलीय मैदान में कूद पड़े हैं. बीजेपी पर बाहरी प्रत्याशी को टिकट देने का आरोप भी है.
कोल समाज के वोटर्स : राजनीति के जानकरों का कहना है कि रमेश कोल अपने कोल समाज के वोटर्स को साध सकते हैं, जिससे सीधा बीजेपी को ही नुकसान होगा. क्योंकि बीजेपी के ही वोटर्स रमेश कोल को वोट करेंगे तो वहीं मनीषा सिंह को टिकट मिलने के बाद से उनके विरोध में बीजेपी की ही महिला कार्यकर्ता फूलवती सिंह भी चुनावी मैदान पर कूद गई हैं. फूलवती सिंह विंध्य जनता पार्टी से प्रत्याशी हैं. फूलवती सिंह को लेकर भी कहा जा रहा है कि यह बीजेपी के लिए बहुत बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकती हैं.
ये खबरें भी पढ़ें... |
त्रिकोणीय हुआ मुकाबला : जयसिंहनगर विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला देखने को मिलता रहा है, लेकिन इस बार मुकाबला त्रिकोणीय दिख रहा है. बीजेपी और कांग्रेस के बीच में टक्कर तो है ही. इसमें विंध्य जनता पार्टी की फूलवती सिंह इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही हैं और जमकर प्रचार प्रसार भी कर रही हैं. ऐसे में इस बार बीजेपी की मुश्किल भी बढ़ती नजर आ रही हैं. जयसिंहनगर विधानसभा सीट पर जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ने टिकट का बंटवारा किया है, उसे बीजेपी का कॉन्फिडेंस कहें या फिर ओवर कॉन्फिडेंस यह तो रिजल्ट के बाद ही पता चलेगा. लेकिन फिलहाल जयसिंहनगर विधानसभा सीट की लड़ाई बीजेपी के लिए आसान नहीं है.