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अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही, सिकाई के दौरान झुलसी नवजात - सीमएचओ

शहरडोल स्वास्थ्य केंद्र में अस्पताल प्रबंधन की लापवाही की वजह से एक बच्चा जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. अस्पताल प्रबंधन ने नवजात की सिकाई के नाम पर उसे आग में झुलसा दिया.

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सिकाई के दौरान झुलसी नवजात
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Published : Jan 18, 2020, 11:30 PM IST

शहडोल। खन्नौधि स्वास्थ्य केंन्द्र में स्वास्थ्यकर्मी ने नवजात बच्चे को सिकाई के दौरान झुलसा दिया, जिससे बच्चे की हालत इतनी बिगड़ गई कि चेहरे,हाथ, पीठ सहित शरीर के कई हिस्से में गर्म आंच के चलते फफोले पड़ गए. आनन-फानन बच्चे को खन्नौधि स्वास्थ्य केंन्द्र से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां वो जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है.

सिकाई के दौरान झुलसी नवजात

बता दें कि पलसऊ गांव की रहने वाली पार्वती बैगा को प्रसव के लिए खन्नौधी स्थित स्वास्थ्य केंन्द्र में भर्ती किया गया था, जहां बच्चे को सेकने के नाम पर ये सारी घटना हुई. बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य केंन्द्र में लाइट नहीं थी, जिसके चलते नवजात को मशीन से नहीं सेका जा सका. इसके बाद आग से सिकाई की गई और इस दौरान बच्चा आग में बुरी तरह झुलस गया. वहीं इस पूरे मामले में सीमएचओ ओपी चौधरी का कहना है कि वो पहले खुद मामले की जांच करेंगे, उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

शहडोल। खन्नौधि स्वास्थ्य केंन्द्र में स्वास्थ्यकर्मी ने नवजात बच्चे को सिकाई के दौरान झुलसा दिया, जिससे बच्चे की हालत इतनी बिगड़ गई कि चेहरे,हाथ, पीठ सहित शरीर के कई हिस्से में गर्म आंच के चलते फफोले पड़ गए. आनन-फानन बच्चे को खन्नौधि स्वास्थ्य केंन्द्र से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां वो जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है.

सिकाई के दौरान झुलसी नवजात

बता दें कि पलसऊ गांव की रहने वाली पार्वती बैगा को प्रसव के लिए खन्नौधी स्थित स्वास्थ्य केंन्द्र में भर्ती किया गया था, जहां बच्चे को सेकने के नाम पर ये सारी घटना हुई. बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य केंन्द्र में लाइट नहीं थी, जिसके चलते नवजात को मशीन से नहीं सेका जा सका. इसके बाद आग से सिकाई की गई और इस दौरान बच्चा आग में बुरी तरह झुलस गया. वहीं इस पूरे मामले में सीमएचओ ओपी चौधरी का कहना है कि वो पहले खुद मामले की जांच करेंगे, उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

Intro:बाईट-1- पार्वती बैगा ( बच्चे की माँ )
बाईट-2- राजू बैगा ( बच्चे का नाना )
बाईट-3- ओपी चौधरी ( सीएमएचओ शहडोल)

अब ये किसकी लापरवाही, नवजात बच्चे को सेकने के नाम पर आखिर ये क्या किया, अब जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा बच्चा


शहडोल- शहडोल जिला इस समय आए दिन सुर्खियों में हैं, अभी ज्यादा दिन नहीं हुए जब उस काली रात को 6 मासूम बच्चों की जिला चिकित्सालय में मौत गई थी, और अब एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है, दरअसल खन्नौधि स्वास्थ्य केंन्द्र में स्वास्थ्यकर्मी ने नवजात बच्चे को सेकने के नाम पर जला दिया, जिससे बच्चे की हालत इतनी बिगड़ गई कि चेहरे पर हाथ, पीठ सहित शरीर के कई हिस्से में गर्म आग के चलते फफोले पड़ गए हैं। जिसके बाद आनन फानन उसे खन्नौधी स्वास्थ्य केंन्द्र से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, जहां वो बच्चा इस समय जिंदगी और मौत के बीच जंड़ लड़ रहा है।
Body:जानिए कहां का है बच्चा ?
जिले के पलसऊ गांव की रहने वाली पार्वती बैगा को प्रसव के लिए खन्नौधी स्थित स्वास्थ्य केंन्द्र में भर्ती किया गया था जहां बच्चे को सेकने के नाम पर ये सारी घटना हुई। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य केंन्द्र में लाइट नहीं थी, जिसके चलते नवजात को मशीन से नहीं सेका जा सका, जिसके बाद आग से सिकाई कर दी गई, और बच्चा आज जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है।

वहीं इस पूरे मामले में सीमएचओ ओपी चौधरी का कहना है कि ऐसा कोई भी नहीं करता कि बच्चे को जला दे, अगर ऐसा हुआ है तो मैं वहां जा रहा हूं देखता हूं, आखिर हुआ क्या है, वहां जाकर ही कुछ पता लग पाएगा।

Conclusion:गौरतलब है कि जिस तरह से परिजनों ने बताया उसे देखकर तो यही लग रहा है कि आज स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते एक और नवजात जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है, बच्चा अभी जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू में भर्ती है।
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