शहडोल। बीजेपी सांसद ज्ञान सिंह का टिकट कटने के बाद उन्होंने शहडोल लोकसभा सीट से प्रत्याशी हिमाद्री सिंह के लिए प्रचार करने से मना कर दिया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान ज्ञान सिंह ने कहा कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा, लेकिन उन्हें अफसोस है कि बिना किसी कारण के उनका टिकट काट दिया गया.
जिसे लताड़ा, उसके समर्थन में वोट कैसे मांगू: ज्ञान सिंह
सासंद ज्ञान सिंह ने कहा कि जब-जब इस क्षेत्र में पार्टी मुश्किल में फंसी, मुझे याद किया गया. उन्होंने कहा कि 1996 से पहले मैं तीसरी-चौथी बार विधायक बना था. मुझे उस समय केंद्रीय मंत्री के खिलाफ जबरदस्ती चुनाव लड़ाया गया और मैं चुनाव जीता, लेकिन जब अटल जी की सरकार 5 साल के लिए बनी थी, तो फिर से मेरा टिकट काट दिया गया था. उन्होंने कहा कि वे हिमाद्री सिंह के लिए प्रचार नहीं करेंगे. ज्ञान सिंह ने कहा कि संगठन ही उन्हें बताए कि किस मुंह से वे प्रचार करने जाएं. जिसे उन्होंने 2016 के उपचुनाव में हराया और जिसके खिलाफ भाषणबाजी की, मंच से लताड़ा, अब उसके लिए वोट किस मुंह से मांगने जाएंगे.
गौरतलब है कि शहडोल लोकसभा सीट से बीजेपी में बगावत के सुर उठ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो हिमाद्री सिंह को टिकट मिलने के बाद पार्टी के ही कई लोग खुलकर सामने तो नहीं आ रहे हैं, लेकिन नाराज़ बहुत चल रहे हैं. हालांकि सांसद ज्ञान सिंह ने अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त कर दी है और अगर ये नाराजगी इसी तरह चलती रही, तो बीजेपी को बड़ी दिक्कत हो सकती है, क्योंकि ज्ञान सिंह कई बार विधायक रह चुके हैं, प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और 3 बार से सांसद हैं. ऐसे में इस तरह के बड़े नेता का नाराज रहना किसी भी पार्टी के लिए भारी नुकसानदायक हो सकता है.