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EXCLUSIVE: गुस्सा या बगावत, सांसद ज्ञान सिंह ने कहा हिमाद्री के लिए प्रचार नहीं करूंगा

शहडोल में सांसद ज्ञान सिंह का टिकट काट दिया गया है और यहां से पैराशूट उम्मीदवार हिमाद्री सिंह को बनाया गया, ज्ञान सिंह नाराजगी जताते हुये कहा है कि वे हिमाद्री सिंह के लिये प्रचार नहीं करेंगे.

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Published : Mar 26, 2019, 3:29 PM IST

Updated : Mar 26, 2019, 4:49 PM IST

ज्ञान सिंह सांसद, बीजेपी

शहडोल। बीजेपी सांसद ज्ञान सिंह का टिकट कटने के बाद उन्होंने शहडोल लोकसभा सीट से प्रत्याशी हिमाद्री सिंह के लिए प्रचार करने से मना कर दिया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान ज्ञान सिंह ने कहा कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा, लेकिन उन्हें अफसोस है कि बिना किसी कारण के उनका टिकट काट दिया गया.

जिसे लताड़ा, उसके समर्थन में वोट कैसे मांगू: ज्ञान सिंह
सासंद ज्ञान सिंह ने कहा कि जब-जब इस क्षेत्र में पार्टी मुश्किल में फंसी, मुझे याद किया गया. उन्होंने कहा कि 1996 से पहले मैं तीसरी-चौथी बार विधायक बना था. मुझे उस समय केंद्रीय मंत्री के खिलाफ जबरदस्ती चुनाव लड़ाया गया और मैं चुनाव जीता, लेकिन जब अटल जी की सरकार 5 साल के लिए बनी थी, तो फिर से मेरा टिकट काट दिया गया था. उन्होंने कहा कि वे हिमाद्री सिंह के लिए प्रचार नहीं करेंगे. ज्ञान सिंह ने कहा कि संगठन ही उन्हें बताए कि किस मुंह से वे प्रचार करने जाएं. जिसे उन्होंने 2016 के उपचुनाव में हराया और जिसके खिलाफ भाषणबाजी की, मंच से लताड़ा, अब उसके लिए वोट किस मुंह से मांगने जाएंगे.


गौरतलब है कि शहडोल लोकसभा सीट से बीजेपी में बगावत के सुर उठ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो हिमाद्री सिंह को टिकट मिलने के बाद पार्टी के ही कई लोग खुलकर सामने तो नहीं आ रहे हैं, लेकिन नाराज़ बहुत चल रहे हैं. हालांकि सांसद ज्ञान सिंह ने अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त कर दी है और अगर ये नाराजगी इसी तरह चलती रही, तो बीजेपी को बड़ी दिक्कत हो सकती है, क्योंकि ज्ञान सिंह कई बार विधायक रह चुके हैं, प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और 3 बार से सांसद हैं. ऐसे में इस तरह के बड़े नेता का नाराज रहना किसी भी पार्टी के लिए भारी नुकसानदायक हो सकता है.

शहडोल। बीजेपी सांसद ज्ञान सिंह का टिकट कटने के बाद उन्होंने शहडोल लोकसभा सीट से प्रत्याशी हिमाद्री सिंह के लिए प्रचार करने से मना कर दिया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान ज्ञान सिंह ने कहा कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ा, लेकिन उन्हें अफसोस है कि बिना किसी कारण के उनका टिकट काट दिया गया.

जिसे लताड़ा, उसके समर्थन में वोट कैसे मांगू: ज्ञान सिंह
सासंद ज्ञान सिंह ने कहा कि जब-जब इस क्षेत्र में पार्टी मुश्किल में फंसी, मुझे याद किया गया. उन्होंने कहा कि 1996 से पहले मैं तीसरी-चौथी बार विधायक बना था. मुझे उस समय केंद्रीय मंत्री के खिलाफ जबरदस्ती चुनाव लड़ाया गया और मैं चुनाव जीता, लेकिन जब अटल जी की सरकार 5 साल के लिए बनी थी, तो फिर से मेरा टिकट काट दिया गया था. उन्होंने कहा कि वे हिमाद्री सिंह के लिए प्रचार नहीं करेंगे. ज्ञान सिंह ने कहा कि संगठन ही उन्हें बताए कि किस मुंह से वे प्रचार करने जाएं. जिसे उन्होंने 2016 के उपचुनाव में हराया और जिसके खिलाफ भाषणबाजी की, मंच से लताड़ा, अब उसके लिए वोट किस मुंह से मांगने जाएंगे.


गौरतलब है कि शहडोल लोकसभा सीट से बीजेपी में बगावत के सुर उठ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो हिमाद्री सिंह को टिकट मिलने के बाद पार्टी के ही कई लोग खुलकर सामने तो नहीं आ रहे हैं, लेकिन नाराज़ बहुत चल रहे हैं. हालांकि सांसद ज्ञान सिंह ने अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त कर दी है और अगर ये नाराजगी इसी तरह चलती रही, तो बीजेपी को बड़ी दिक्कत हो सकती है, क्योंकि ज्ञान सिंह कई बार विधायक रह चुके हैं, प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और 3 बार से सांसद हैं. ऐसे में इस तरह के बड़े नेता का नाराज रहना किसी भी पार्टी के लिए भारी नुकसानदायक हो सकता है.

Intro:गुस्सा या बगावत, सांसद ज्ञान सिंह ने कहा हिमाद्री के लिए प्रचार नहीं करूंगा, टिकट कटने के बाद ETV भारत से की एक्सक्लूसिव बातचीत

शहडोल- लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है, शहडोल लोकसभा सीट में भी इस बार जबरदस्त घमासान देखने को मिल रहा है कांग्रेस बीजेपी दोनों हो पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों का एलान कर दिया है। बीजेपी ने इस बार मौज़ूदा सांसद ज्ञान सिंह का टिकट काट दिया है, और अभी कुछ दिन पहले ही कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुई हिमाद्री सिंह को टिकट दे दिया है, जिसके बाद बीजेपी पार्टी में अंदर खाने से ही बगावती तेवर नज़र आने लगे हैं।
टिकट कटने के बाद पहली बार सांसद ज्ञान सिंह ने ईटीव्ही भारत से खास बातचीत की। जिसमें उन्होंने जमकर निशाना साधा, और कहा मैं हिमाद्री के लिए प्रचार नहीं करूंगा।


Body:टिकट काटने का कारण तो बता दिया होता

सांसद ज्ञान सिंह ने कहा मेरा टिकट काट दिया गया मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है लेकिन मुझे अफसोस सिर्फ इस बात का है कि संगठन के द्वारा कोई कारण तो बता दिया जाता, की मेरी टिकट क्यों काटी गई।

जब- जब मुश्किल में फंसे मुझे लड़ाया

सासंद ज्ञान सिंह ने कहा जब जब मुश्किल में क्षेत्र में पार्टी फंसी मुझे याद किया गया, 1996 से पहले मैं तीसरी चौथी बार विधायक था, मुझे उस समय केंद्रीय मंत्री के खिलाफ जबरदस्ती चुनाव लड़ाया गया और मैं चुनाव जीता, लेकिन जब अटल जी की सरकार 5 साल के लिए बनी थी तो फिर से मेरा टिकट काट दिया गया था।

सांसद ज्ञान सिंह ने कहा साल 2016 में अचानक दलपत सिंह परस्ते का निधन हो गया तो फिर मुझे कहा गया कि चुनाव लड़ो लेकिन मैंने मना कर दिया था, मैन यही कहा कि कोई दूसरा आदमी ढूंढ लो।

उस दौरान इसी हिमाद्री सिंह को दिल्ली प्लेन से लेकर जाया गया लेकिन पार्टी में शामिल नहीं हुईं, फिर उस समय के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बात की फिर भी नहीं मानी तो फिर से मुझे कहा गया आप चुनाव लड़ो, मैं उस समय मंत्री था, लेकिन मुझे मंत्री पद छोड़ना पड़ा और मैन चुनाव लड़ा, फिर मैंने अपने क्षेत्र में काम किया और अब जब फिर टिकट का मौका आया तो किसी दूसरे को दे दिया गया, खाना बनाये हम खाये कोई और।

हिमाद्री के लिए प्रचार नहीं करूंगा

सांसद ज्ञान सिंह ने कहा हिमाद्री के लिए मैं प्रचार नहीं करूंगा, संगठन ही मुझे बताये किस मुंह से प्रचार करने जाऊं, जिसे मैंने 2016 के उपचुनाव में हराया, जिसके खिलाफ भाषण बाजी की, जिसे मंच से लताड़ा अब उसके लिए वोट किस मुंह से मांगने जाऊं, मैं तो प्रचार हिमाद्री के लिए बिल्कुल भी नहीं करूंगा।

टिकट के समय मुझे कहा गया आप का नाम है

अभी हाल ही में मैं जब भोपाल गया शिवराज सिंह चौहान से मिला, सुभाष भगत सिंह से मिला तो कहा गया ज्ञान सिंह जी आपका नाम है, और अब मेरा टिकट काट दिया गया, कोई तो बता दे कि मेरा क्या कसूर है।




Conclusion:मैं 80 के दशक में सबसे पहले ज्वाइन करने वाला नेता

सांसद ज्ञान सिंह ने कहा की 80 के दशक में शहडोल लोकसभा क्षेत्र में मैं पहला नेता था जिसने अटल आडवाणी के साथ काम शुरू किया, आज मेरे साथ ऐसा किया गया।

मेरे खिलाफ साजिश की गई

सांसद ज्ञान सिंह ने कहा कि मेरे खिलाफ पिछले 2 साल से साज़िश की जा रही थी, मुझे पता था, मेरे साथ ईमानदार लोग जुड़े थे, और मेरे खिलाफ धोखेबाज, चापलूस लोग साज़िश कर रहे थे, मैं उन्हें जानता हूँ।

मैं बस नहीं संगठन के इस फैसले से कई नाराज़

सांसद ज्ञान सिंह ने कहा कि संगठन के इस फैसले से मैं बस नाराज़ नहीं हूँ बल्कि पार्टी के कई लोग नाराज़ हैं, कुछ लोग जो पार्टी में किसी बड़े पद में नहीं हैं वो तो मेरे घर आकर मुझे ये भी कह गए हैं कि हमारे गांव वोट मांगने मत आना, अब आप बताओ मैं क्या करूं।

जनता जो कहेगी वो करूंगा

इसके अलावा सांसद ज्ञान सिंह ने कहा अब जनता करेगी फैसला, उसे सब पता है और जो जनता मुझे कहेगी वो मैं करूंगा।

गौरतलब है कि शहडोल लोकसभा सीट से बीजेपी में बगावत के सुर उठ रहे हैं, सूत्रों की मानें तो हिमाद्री को टिकट मिलने के बाद पार्टी के ही कई लोग खुलकर सामने तो नहीं आ रहे हैं लेकिन नाराज़ बहुत चल रहे हैं, हलांकि सांसद ज्ञान सिंह ने अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त कर दी है और अगर ये नाराज़गी इसी तरह चलती रही तो बीजेपी को बड़ी दिक्कत हो सकती है। क्योंकि ज्ञान सिंह कई बार विधायक रह चुके हैं, प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं तीन बार सांसद हैं ऐसे में इस तरह के बड़े नेता का नाराज़ रहना किसी भी पार्टी के लिए भारी नुकसान दायक हो सकता है।
Last Updated : Mar 26, 2019, 4:49 PM IST
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