शहडोल। अपनी मांगों को लेकर किसानों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया है. फिर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा. किसान संगठनों ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती तो वह उग्र आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे.
इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
किसान अतिवृष्टि से हुए बर्बाद हुई फसलों की राहत राशि मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस बार तेज बारिश से सोयाबीन, उड़द, तिल और अन्य फसलें पूरी तरह चौपट हो गई थीं, जिससे उनका बजट बिगड़ गया है. लिहाजा दूसरे सीजन की फसल के लिए उनके पास पैसा नहीं है, ऐसे में उन्होंने मांग की है कि जल्द ही उन्हें राहत राशि दी जाए.
गरीबी रेखा की बाध्यता खत्म करने की मांग
कर्जमाफी पूरा करने की मांग भी किसान संगठनों ने की है. साथ ही कहा कि वन्य पशुओं से फसलों का भारी नुकसान हुआ है. इसके लिए वन, राजस्व विभाग के जिलाधिकारी के साथ ही किसान प्रतिनिधियों की बैठक कराकर इस समस्या का समाधान निकाला जाए. किसानों ने बीज उत्पादक किसानों को 265 रुपए प्रति क्विंटल बोनस और वृद्धावस्था पेंशन योजना में गरीबी रेखा की बाध्यता समाप्त करने की मांग की है. साथ ही शहडोल में एक कृषि महाविद्यालय की स्थापना करने को कहा है.
इन संगठनों ने किया प्रदर्शन
भारतीय किसान संघ, किसान परिवार कल्याण संगठन, राष्ट्रीय किसान संगठन, और किसान एकता संघ ने एक साथ मिलकर प्रदर्शन किया, इस दौरान कई किसान अपनी कई मांगों के साथ मौजूद रहे.