शहडोल। नवरात्र का समय है और हर जगह नवरात्रि की धूम है, जगह जगह मंदिरों में माता के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ लगी है, शहडोल जिले के कंकाली माता मंदिर में भी इस पावन समय में माता के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है, कंकाली माता का मंदिर प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक माना जाता है.
जिला मुख्यालय से करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर अंतरा गांव में कंकाली माता का मंदिर स्थित है, जो अपने चमत्कारों के चलते प्रदेश भर में प्रसिद्ध है. माता के दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं.
ऐसा माना जाता है कि माता के दर्शन मात्र से ही भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं, इनके चमत्कार के किस्से जगह जगह फैले हुए हैं. लोग अपनी मनोकामनाएं लेकर यहां आते हैं और अपनी मन्नत को लेकर चुनरी में नारियल बांध देते हैं और जब भक्तों की मन्नत पूरी हो जाती है तो ये नारियल तोड़ देते हैं.
नवरात्रि में यहां का विशाल भंडारा और भव्य आरती आकर्षण का केंद्र रहता है, मंदिर के व्यवस्थापक रमाकांत विश्वकर्मा बताते हैं कि यहां 9 दिन का विशाल भंडारा होता है, सुबह 8 बजे से 10 बजे तक पोहा-चना और चाय भंडारे में दिया जाता है, और फिर 12 बजे से शाम 6 बजे तक सम्पूर्ण भंडारे का आयोजन किया जाता है. माता की आरती सुबह 6 बजे से 6.30 बजे तक होती है और शाम की आरती 7.30 बजे से होती है.
प्रदेश का अनूठा मंदिर
अंतरा मंदिर में विराजी कंकाली माता की प्रतिमा कल्चुरी कालीन है, मंदिर के गर्भ गृह में अठारह भुजी मां चामुंडा के अलावा शारदा और अष्टभुजी सिंह वाहिनी मां दुर्गा की प्रतिमाएं भी स्थापित हैं.
माता पर नेताओं का भरोसा
अंतरा वाली कंलाली माता पर नेताओं से लेकर जनप्रतिनिधियों तक का भरोसा है, कोई भी नेता शहडोल आता है तो माता के दर्शन करने जरूर जाता है, मुख्यमंत्री रहते प्रदेश के कई दिग्गज माता के दर्शन कर चुके हैं.