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गांव को जोड़ने वाला रपता टूटने से ग्रामीण परेशान, अधिकारियों पर लगाया अनदेखी का आरोप

सिवनी के धनोरा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत हर्रई में प्रशासन की लापरवाही की वजह से ग्रामीणों को हर दिन अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. यहां गांव को दूसरे जगहों से जोड़ने वाला पुल टूट गया है, जिससे उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Sep 13, 2020, 5:09 PM IST

Accused of ignoring officers
अधिकारियों पर लगाया अनदेखी का आरोप

सिवनी। जिले के धनोरा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत हर्रई में प्रशासन की लापरवाही की वजह से ग्रामीणों को हर दिन अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. दरअसल पिछले दिन हुई बारिश वजह से अन्य गांव से जोड़ने वाला रपटा क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे हर्रई का दूसरे गांव से संपर्क टूट गया है. ऐसे कई बार शिकायत करने के बाद रपटा नहीं बना है. जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

अधिकारियों पर लगाया अनदेखी का आरोप

मिली जानकारी के मुताबिक 28 अगस्त को क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई थी, जिससे बिजना नदी में बना रपटा क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे हर्रई ग्राम समेत आसपास के 50 गांवों से आवागमन बंद हो गया है. गांव के पूर्व सरपंच बीजम सल्लमा का कहना है कि रपता टूटने से लोगों को राशन लेने जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि रपटा पुलिया पार करके ही गोरखपुर ग्राम जाकर हर्रई के लोग राशन और अन्य सामाग्री लाते है, लेकिन एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी रपता नहीं बन पाया है.

समाजसेवी राधेश्याम कोडिया का कहना है कि रपता टूटने से अस्पताल थाना कचहरी आने जाने वाला मार्ग भी बंद हो चुका है, लेकिन इसके बाद भी कोई अधिकारी अब तक हर्रई ग्राम ग्रामीणों की सुध लेने नहीं पहुंचे हैं. उनका कहना है कि हर्रई से अन्य गांव में जाने लोगों को 7 से 8 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है. लेकिन रपता टूटने से ग्रामीणों को 50 से 60 किमी की दूरी तय कर काम करने जाना पड़ रहा है.

सिवनी। जिले के धनोरा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत हर्रई में प्रशासन की लापरवाही की वजह से ग्रामीणों को हर दिन अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. दरअसल पिछले दिन हुई बारिश वजह से अन्य गांव से जोड़ने वाला रपटा क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे हर्रई का दूसरे गांव से संपर्क टूट गया है. ऐसे कई बार शिकायत करने के बाद रपटा नहीं बना है. जिससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

अधिकारियों पर लगाया अनदेखी का आरोप

मिली जानकारी के मुताबिक 28 अगस्त को क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई थी, जिससे बिजना नदी में बना रपटा क्षतिग्रस्त हो गया. जिससे हर्रई ग्राम समेत आसपास के 50 गांवों से आवागमन बंद हो गया है. गांव के पूर्व सरपंच बीजम सल्लमा का कहना है कि रपता टूटने से लोगों को राशन लेने जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि रपटा पुलिया पार करके ही गोरखपुर ग्राम जाकर हर्रई के लोग राशन और अन्य सामाग्री लाते है, लेकिन एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी रपता नहीं बन पाया है.

समाजसेवी राधेश्याम कोडिया का कहना है कि रपता टूटने से अस्पताल थाना कचहरी आने जाने वाला मार्ग भी बंद हो चुका है, लेकिन इसके बाद भी कोई अधिकारी अब तक हर्रई ग्राम ग्रामीणों की सुध लेने नहीं पहुंचे हैं. उनका कहना है कि हर्रई से अन्य गांव में जाने लोगों को 7 से 8 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है. लेकिन रपता टूटने से ग्रामीणों को 50 से 60 किमी की दूरी तय कर काम करने जाना पड़ रहा है.

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