सिवनी। जिले में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है और पूरे सिवनी में लगभग 2 हजार मकान इस बाढ़ के चलते पूरी तरह से ढ़ह गए हैं. वहीं खेतों में खड़ी किसानों री फसल तबाह हो गई है, साथ ही लोगों का जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो चुका है. बाढ़ से हुई तबाही का जायजा लेने पहुंचे क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय मंत्री से ईटीवी भारत ने एक्सक्यूसिव बात की.
केंद्रीय इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का कहना है कि बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे कराने के बाद प्रभावित लोगों को हर सम्भव मदद की जाएगी. जिनके मकान गिरे हुए हैं उन्हें पूरा मुआवजा दिया जाएगा. वहीं प्रधानमंत्री आवास के तहत पात्र अभ्यर्थियों के मकान जल्द ही स्वीकृत किये जाएंगे. इसके अलावा जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है. उनके लिए भी सरकार के द्वारा सर्वे के बाद मदद की व्यवस्थाएं की जाएंगी.
सिवनी जिले में दो दिनों की लगातार बारिश और फिर भीमगढ़ डैम का पानी अचानक बिना अलर्ट के छोड़ दिया गया, जबकि जानकारी के अनुसार इस बांध का लेबल पहले से ही काफी ज्यादा था. इस लिहाज से पानी भारी बारिश के चेतावनी के बाद ही गेट खोल कर कम किया जाता, तो ऐसी तबाही न होती लेकिन महज चार से पाँच घंटे के भीतर ही लगातार पूरे गेट खोल दिये गए और लोगों को इसकी सूचना भी नहीं दी गई. इन आरोपों पर केंद्रीय मंत्री का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी कि तबाही प्राकृतिक आपदा है या फिर लापरवाही.
केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने सभी गांवों और प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. जिसके बाद अधिकारियों को जल्द ही बाढ़ प्रभावितों का सर्वे, फसलों के नुकसान का आंकड़ा तैयार कर मदद के निर्देश दिये है. वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं से चल रहे राहत के हालातों की जानकारी ली है.