सिवनी। जिले के अरी थाना अंतर्गत ग्राम डूंगरिया में 10 साल की मासूम की मौत की सूचना ग्राम कोटवार को मिली थी, जिसके बाद मामला दर्ज किया था. वहीं मृत बालिका का शव संदिग्ध हालत में मिलने पर पुलिस को हत्या की आशंका हुई थी, जिसके बाद अरी थाना प्रभारी ने धारा 302 का अपराध पंजीबद्ध किया. इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, SDOP घटनास्थल पहुंचे, जहां उन्होंने ग्रामीणों और परिजनों से बारीकी से पूछताछ की साथ ही घटनास्थल का भी निरीक्षण किया. पुलिस द्वारा कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया जहां सख्ती से पूछताछ करने पर अंधी हत्या का पर्दाफाश किया गया.
यह है पूरी घटना
दिनांक 22 मई 2020 को मृतिका शाम को लगभग 5 बजे के करीब अरोपी के घर टीवी देखने के लिए गई थी. आरोपी मृतिका का भाई लगता है वहीं आरोपी ने मृतिका को अपने घर से डांट के भगा दिया. रात को 9 बजे के करीब जब मृतिका शौच के लिए बाहर निकली तो उसने आरोपी मुकेश को गाड़ी का पहिया चुराते देख लिया, और चिल्ला कर बोलने लगी और भागने लगी. तभी आरोपी ने बच्ची को पकड़ लिया और किसी को नहीं बताने के लिए कहा, मृतिका ने तब कहा था की वह घटना के बारे में सबको बताएगी तो गुस्से में आकर आरोपी मुकेश ने मासूम की गला दबाकर हत्या कर दी और उसके शव को एक किलोमीटर दूर जंगल में सूखे नाले के पास रेत में दबा दिया.
सुबह ग्राम कोटवार जब वहां से गुजरे तो उन्हें बदबू आई, जिसके बाद उसने मौके पर बाकी लोगों को बुलाया और शव के कपड़ों से मृतिका की पहचान हो जाने पर मृतिका के परिजन के साथ थाना अरी में जाकर मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई. जिसके बाद पुलिस ने 2 घंटो में इस कत्ल के आरोपी मुकेश पिता भागचंद उइके उम्र 24 वर्ष निवासी डूंगरिया थाना को गिरफ्तार कर लिया.
इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस बरघाट बी.एस. धुर्वे, थाना प्रभारी अरी उपनिरीक्षक देवेंद्र उइके, सहायक उपनिरीक्षक एच एस ठाकुर, सहायक उपनिरीक्षक नियाज खान, शैलेश ठाकुर, संतोष बैन, सत्यवान कंगले, आशीष, तुलसीराम, संजू उइके, कमल का विशेष योगदान रहा.