भोपाल| अनंत चतुर्दशी पर पूरे देश में श्रद्धालु गणपति बप्पा के विसर्जन की तैयारी में जुटे हैं, जबकि राजधानी भोपाल से 35 किलोमीटर दूर सीहोर रोड पर बने सिद्धिविनायक गणेश मंदिर में गणेश उत्सव के आखिरी दिन श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. हालांकि, यहां साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है. माना जाता है कि श्रद्धा भाव के साथ मांगी गई हर मुराद को विघ्नहर्ता पूरा करते हैं.
सीहोर रोड पर स्थित प्रसिद्ध मंदिर स्वभूमि श्री सिद्धिविनायक श्रीगणेश धाम देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में मांगी गई हर मुराद भगवान गणेश पूरी कर देते हैं. यहां 11 दिनों तक मेला लगा रहता है.
ये मंदिर प्राचीन है, महाराज पेशवा 400 साल पहले अपने रथ पर भगवान गजानन को रखकर यहां लाए थे और मंदिर में स्थापित किया था. तब से भगवान सिद्धिविनायक यहीं विराजमान हो गए. तभी से लोग यहां अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए मंदिर के पीछे उल्टा स्वास्तिक बनाकर जाते हैं. जब मनोकामना पूरी हो जाती है, तब वह सीधा स्वास्तिक बनाकर जाते हैं.
रोजाना यहां विधि-विधान से भगवान गजानन की पूजा-अर्चना की जाती है. बताया जाता है कि भारत में 4 भगवान गणेश के स्वभूमि स्थान हैं. पहला सीहोर का श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर, दूसरा उज्जैन का चिंतामन गणेश मंदिर, तीसरा राजस्थान चौथा महा गणेश मंदिर गुजरात में है.