सीहोर। विकास पर्व के तहत पूरे प्रदेश में चल रहा विकास का महायज्ञ चल रहा है. पाटतलाई उद्वहन सिंचाई योजना से तीन गांवों के 661 किसानों की 889 हेक्टेयर कृषि भूमि होगी. मुख्यमंत्री चौहान ने सीहोर के चकल्दी में 81 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दी है. स्थानीय चुनाव में आधी सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है. सीएम शिवराज ने कहा महिलाओं के नाम पर संपत्ति खरीदने पर एक प्रतिशत पंजीयन शुल्क लगेगा.
जनता की खुशहाली के लिए कर रहा हूं काम: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि "जनता का सुख-दुख मेरा सुख-दुख है. प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए मैं दिन-रात काम कर रहा हूं. विकास पर्व के तहत पूरे प्रदेश में विकास का महायज्ञ चलाया जा रहा है. इसके तहत अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों का शिलान्यास व भूमिपूजन किया जा रहा है. सड़क, बिजली, पेयजल, सिंचाई के लिए पानी तथा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है."
चकल्दी को दी कई सौगात: मुख्यमंत्री चौहान विकास पर्व के तहत चकल्दी में आयोजित कार्यक्रम में नागरिकों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने चकल्दी में 81 करोड़ 44 लाख 4 हजार रुपए के अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने चकल्दी में महाविद्यालय खोलने की घोषणा भी की. मुख्यमंत्री ने कहा कि "पहले सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने के कारण उत्पादन कम होता था. खेती करने में किसानों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. लेकिन अब अनेक सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से हर किसान के खेत तक पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है. चकल्दी के लोगों को पाटतलाई उद्वहन सिंचाई योजना दिया गया है. इस सिंचाई योजना से पाटतलाई, अमीरगंज एवं पलासपानी जैसे पहाड़ी क्षेत्र के गांव के खेतों तक सिंचाई के लिए किसानों को पानी उपलब्ध होगा. पाटतलाई उद्वहन सिंचाई योजना से तीनों गांवों के 661 किसानों की 889.07 हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी. कार्यक्रम में सीएम ने अनेक योजनाओं के लाभान्वित हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए."
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किसानों को मिल रहा है भरपूर पानी: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "खेतों तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचने के कारण किसान अब पूरे साल फसल ले रहे हैं. कृषि का उत्पादन बढ़ा है और किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है. उन्होंने कहा कि किसानों से गेहूं, धान के साथ ही मूंग की फसल सरकार द्वारा खरीदी जा रही है. किसान सम्मान निधि योजना के तहत केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा कुल 12 हजार रुपए की राशि किसानों को दी जा रही है. पहले किसानों को 18 फीसदी ब्याज से ऋण प्रदान किया जाता था. लेकिन अब किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण प्रदान दिया जा रहा है.