सीहोर। जिले में गेहूं बेचने के लिए पंजीयन में किसान कम रुचि दिखा रहे हैं, वहीं अभी तक 51 हजार किसानों ने ही पंजीयन कराया हैं. समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए पंजीयन 28 फरवरी तक ही किया जाएगा. बता दें कि बीते साल समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए करीब 1 लाख किसानों ने पंजीयन कराया था, लेकिन इस साल किसानों की पंजीयन में कम रुचि दिख रही है.
पिछले साल समर्थन मूल्य पर केन्द्रों से खरीदा इतना गेहूंः पिछले साल जिले भर के समर्थन मूल्य केन्द्रों पर साढ़े 4 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था. वहीं, इस साल 6 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा गया है. जिले भर में किसानों की फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए 160 उपज पंजीयन केंद्र बनाए गए हैं. वहीं, किसान अपने मोबाइल, एमपी ऑनलाइन और कियोस्क केन्द्र पर जाकर भी पंजीयन करा सकते हैं. वहीं, मंडियों में भी समर्थन मूल्य पर फसल को खरीदने की तैयारी की जा रही है.
मंडियों में गेहूं के दामः मंडियों में गेहूं के दाम 23 सौ रुपये से लेकर 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल हैं, जबकि समर्थन मूल्य अभी 2,125 प्रति क्विंटल तय किया गया है. मंडियों में उपज बेचने पर भुगतान साथ में दे दिया जाता है. इसी वजह से किसान मंडियों पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं. कृषि विभाग के मुताबिक वर्ष 2022-2023 में गेहूं का रकबा 3 लाख 30 हजार हैक्टेयर निर्धारित था. इसके बढ़ने से गेहूं के उत्पादन बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस संबंध में जिला अपूर्ति अधिकारी सुनील कुमार बोहित का कहना है कि "पंजीयन के लिए किसानों को जागरूक कर रहे हैं, ताकि किसान ज्यादा से ज्यादा समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए पंजीयन करें."