सीहोर। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी ने किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 'अगर कृषि कानून किसानों के हक में है, तो किसान नाखुश क्यों है ? किसानों को संतोष क्यों नहीं है ? ये अपने आप में सोचने की बात है. आज स्थिति ऐसी है कि कानूनों को लागू करने के बाद मंडियां बंद होती जा रही है. मंडियों में टैक्स लग रहा है, मगर बाहर कृषि उपज बेचने पर टैक्स नहीं लग रहा है.' उन्होंने कहा कि 'कृषि उपज पूंजीपतियों के हाथ में सौंपने की तैयारी है. कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग का जो निर्णय लिया गया है, उस पर भी अनेक सवाल खड़े हो रहे है.'
उन्होंने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है. अगर यहां अन्नदाता की प्रगति नहीं होगी है, तो देश की उन्नति कैसे होगी ? आज अन्नदाता परेशान है. दिल्ली बार्डर पर इतनी सर्दी में बैठे है. कई की मौत हो चुकी है, लेकिन केंद्र सरकार अपनी हठधर्मिता पर है. किसानों के हक में निर्णय लेने का विचार तक नहीं कर पा रही है.'