सीहोर। एक तरफ जंगल को बचाने और हरियाली बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार गर्मी के मौसम में भी पौधे लगाने और लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है. वहीं, वन विभाग के अफसरों की मिलीभगत से माफिया के हौसले बुलंद हैं. सीहोर जिले की वन भूमि पर वन माफिया कब्जे करते जा रहे हैं. जंगल की जमीन को खेती योग्य बनाकर कब्जा किया जा रहा है.
बिलकिसगंज वन क्षेत्र का मामला : जंगल बचाने और प्रदेश में हरियाली बढ़ाने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद प्रतिदिन एक पौधा लगा रहे हैं. सीएम प्रदेशवासियों से भी पौधरोपण और उसकी सुरक्षा की अपील कर रहे हैं. लेकिन सीहोर जिले में वन माफिया की सक्रियता के चलते जंगल की जमीन भी खेतों में तब्दील होती जा रही है. वन विभाग के अफसरों की मदद से वन माफिया के हौसले बुलंद हैं. सीहोर जिले में ताजा मामला बिलकिसगंज वन क्षेत्र का प्रकाश में आया है. यहां पर बीच जंगल की जमीन पर प्लाऊ चलाकर खेत बना दिया गया है. अब यहां पर खेती की तैयारी की जा रही है. जबकि पास में ही ने 30 हेक्टेयर भूमि पर वन विभाग ने प्लांटेशन कराया था.
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अफसरों की मिलीभगत तो नहीं : बड़ा सवाल यह है कि यहां वन विभाग का अधिकृत प्लांटेशन क्षेत्र है तो वन विभाग के कर्मचारियों और अफसरों का आना जाना होगा ही. इसके बाद भी वन माफिया जंगल की जमीन को कब्जाने में सफल कैसे हो रहे हैं. यह विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है. गजब तो यह है कि बिलकिसगंज वन क्षेत्र के डिप्टी रेंजर छगन लाल भिलाला का कहना है कि मुझे आपसे जानकारी मिल रही है कि वन भूमि पर किसी ने कब्जा किया है. मामले की जांच कराई जाएगी. वहीं, इछावर वन परिक्षेत्र के रेंजर राजकुमार शिवहरे का कहना है कि यदि वन भूमि पर इस प्रकार से कोई अतिक्रमण कर रहा है तो अभी टीम भेजकर दिखवाते हैं. (mafia occupation of forest land)