सीहोर। सोमवार को मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने उन सरकारी संस्थानों पर कार्रवाई की है, जो लंबे अरसे से बिजली बिलों की राशि जमा करने में लगातार आनाकानी कर रहे हैं. जूनियर इंजीनियर धनराज सूर्यवंशी ने बताया कि एमपीईबी वर्कशाप पर विगत दो वर्षों से बडी राशि बकाया है. बार-बार नोटिस के बाद भी विभाग राशि जमा नहीं कर रहा था. एमपीईबी पर दो साल की 15 लाख 62 हजार रुपए राशि बकाया है.
नगरपालिका को नोटिस देने की तैयारी
वहीं कृषि उपज मंडी सीहोर पर विद्युत चोरी और भार वृद्धि के प्रकरण बनाए गए हैं. एक प्रकरण बीते माह सतर्कता विभाग भोपाल द्वारा बनाया गया है, जिसमें 1 लाख 92 हजार रुपए बकाया है. इसी प्रकार नगरपालिका सीहोर पर जल पंपों और स्ट्रीट लाइट के 45 लाख रुपए बकाया हैं, जो वह कई वर्षों से जमा नहीं करा रही है. ऐसे में बिजली कंपनी ने नगरपालिका को नोटिस जारी करने का मन बना लिया. उल्लेखनीय है कि सीहोर नगरपालिका द्वारा कार्यालय, पंप और स्ट्रीट लाईट के करीब 22 लाख रुपए जमा करती है.
वसूली में लगातार पिछड़ी बिजली कंपनी
इस समय बिजली विभाग आर्थिक संकट से जूझ रहा है और बकाया बिलों की वसूली को लेकर वितरण कंपनी सख्त है. बावजूद इसके सीहोर सर्किल में वसूली में विभाग पिछडता जा रहा है. बिजली कंपनी लगातार चेतावनी देता है लेकिन लोगों पर इसका असर नहीं दिखता. (Electricity bill dues on government departments)