सीहोर। जिले के इछावर थाना क्षेत्र से जमीनी विवाद का मामला सामने आया है, जहां दो गुटों के बीच पथराव की स्थिति निर्मित हो गई. मामले की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी उषा मरावी भारी पुलिस बल और प्रशासन अमला के साथ मौके पर पहुंचीं. हालांकि 2 दिनों पहले ही विधायक करण सिंह वर्मा से समस्या को लेकर गुहार लगाई गई थी.
इछावर थाने के मोयापानी गांव में जमीनी विवाद के चलते दो गुट आमने- सामने आ गए. इस दौरान जमकर पथराव शुरू हो गया. हालांकि इसमें किसी को भी गंभीर चोटें नहीं आई है. वहीं एक गुट मौके से भाग निकला. इसके बाद दूसरे गुट के लोगों ने मकानों पर धावा बोल दिया, जहां 4 मकानों को आग के हवाले कर दिया गया. तोड़फोड़ कर सामानों को पूरी तरह से तहत-नहस कर दिया गया. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी उषा मरावी भारी पुलिस बल और प्रशासन के साथ मौके पर पहुंची, जहां स्थिति को काबू में किया गया.
दरअसल परसराम बारेला, 5 बेटे सहित अन्य रिश्तेदारों ने करीब 15 हेक्टेयर वन भूमि पर अबैध कब्जा कर रखा है. इसके चलते ग्रामीण निस्तारी और अन्य कार्यों के लिए भूमि से आवागमन नहीं कर पा रहे हैं. यहीं वजह है कि, ग्रामीणों और कब्जाधारी परिवारों के बीच अक्सर विवाद होता रहता है, इसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत भी कराया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ.
ग्रामीणों का कहना है कि, दो दिनों पहले ही विधायक करण सिंह वर्मा को समस्या बताई गई थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ. इस बीच दोनों गुट एक बार फिर से आमने-सामने आ गए, देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया. इस बीच अतिक्रमणकर्ता परसराम बरेला सहित परिवार मौके से भाग निकला. इसके बाद दूसरे गुट के कुछ लोगों ने चार मकानों में आग लगा दी, जिससे सब जलकर खाक हो गया. ग्रामीणों का कहना है कि, अगर प्रशासनिक अधिकारी मामले को पहले ही गंभीरता से ले लेते, तो आज भयानक घटना नहीं होती.
इस दौरान एसडीओ प्रकाश मिश्रा, वन विभाग के एसडीओ राजेश शर्मा, रेंजर शिव प्रकाश हरे, पुलिस बल, वन अमला सहित प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे, जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में है.