सीहोर। प्रदेश में शिवराज सरकार के समय गरीबों को पांच रुपए में भर पेट भोजन के लिए दीनदयाल अंत्योदय रसोई शुरू की गई थी. जिले में खाद सामग्री न मिलने कि वजह से संचालक ने रसोई के गेट पर ताला जड़ दिया है. जिससे अब गरीबों का सस्ता भोजन नहीं मिल सकेगा मजबूरी में लोगों को होटल पर महंगे दामों में भोजन करना पड़ेगा. सीहोर में पिछले 3 सालों से यह रसोई चल रही है थी इसके लिए एक रुपए किलो गेहूं और 2 रुपए किलो रेट से इन्हें चावल उपलब्ध कराया जाता था.
रसोई के संचालक प्रदीप शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ महीने से उन्हें राशन ही नहीं मिला किसी तरह महंगे दामों पर गेहूं और चावल खरीद कर महीने भर रसोई चलाई है. लेकिन अब इससे ज्यादा वह नहीं चला सकते इसलिए रसोई बंद कर दी गई है. उन्होंने बताया कि यह पहला मौका नहीं है जब समय पर खाद्य नहीं मिलता इससे पहले भी कई बार खाद्य और भुगतान के लिए परेशान होना पड़ा है.
बताया गया है कि रसोई में हर दिन 400 से ज्यादा लोग खाना खाते हैं. इन्हें पांच रुपए में भरपेट भोजन मिल जाता है. मजदूरी करके आने वाले लोग और कई विद्यार्थी भी सस्ता भोजन करने पहुंच जाते हैं लेकिन अब रसोई बंद हो जाने से इन्हें होटलों पर महंगा खाना खाना पड़ेगा.