श्योपुर। कोरोना महामारी के बाद अब श्योपुर में ब्लेक फंगस ने भी दस्तक दे दी है. इसकी पुष्टि श्योपुर के जिला अस्पताल से राजस्थान के जयपुर के लिए रेफर किए गए मरीज की जांच के बाद डॉक्टरों ने की है. हालांकि, जिले के अधिकारी फिलहाल इस बात की कोई जानकारी नहीं होने की बात कह रहे हैं. पीड़ित मरीज का भाई इस बात की पुष्टि करने के साथ प्रदेश सरकार से अपने भाई के उपचार के लिए 'लिपोसोमल अम्फोटेरिसिन बी' नाम के 30 इंजेक्शनों की मांग भी की है.
कोरोना संक्रमित के बाद ब्लैक फंगस की शिकायत
पांडोला गांव निवासी मरीज योगेश सुमन कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित हो गए थे. जिला अस्पताल में उपचार के बाद वह कुछ दिन पहले घर पहुंचे ही थे कि, तभी उन्हें एक आंख से कम दिखाई देने लग गया. मरीज के परिजन योगेश को 11 मई को उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. डॉक्टरों ने उन्हें देरी किए बिना राजस्थान के जयपुर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. वहां जांच में ब्लैक फंगस की पुष्टि होने के बाद शुक्रवार को दूरबीन पद्दति से उनका ऑपरेशन किया गया. अब जयपुर के डॉक्टर मरीज के शरीर में मौजूद ब्लैक फंगस के इन्फेक्शन को खत्म करने के लिए लिपोसोमल अम्फोटेरिसिन बी नाम के 30 इंजेक्शनों की व्यवस्था करने के लिए कह रहे हैं. अभी इस कंपनी के इंजेक्शन जयपुर में उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं.
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मध्यप्रदेश सरकार से लगाई गुहार
अब मरीज के परिजन मध्यप्रदेश सरकार से जल्द यह इंजेक्शन उपलब्ध कराए जाने की गुहार लगा रहे हैं. इस मामले को लेकर कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव से कई बार बात करने की कोशिश की गई लेकिन, वह पत्रकारों का फोन तक रिसीव नहीं कर रहे हैं. इस दौरान वे मरीज को इंजेक्शन भी उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं.