सतना। महिलाओं को समाज के अंदर अक्सर कमजोर माना जाता है लेकिन इसके उलट कर दिखाया है सतना जिले की महिला पुलिस अधिकारी ने. जहां पूरा देश में कोरोना की जंग में लगा हुआ है वहीं इसमें अपना पूरा योगदान सतना की महिला पुलिसकर्मी तपती धूप में खड़े होकर इस जंग को जीतने में लगी हुई हैं.
वैसे तो देशभर में पुलिस जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात रहते हैं वही सतना जिले में भी पुलिस अधिकारी भी तैनात हैं, लेकिन इनके साथ ही जिले में महिला पुलिस अधिकारी और महिला पुलिसकर्मी कोरोना की इस जंग में कोरोना वॉरियर्स के रूप में अपना पूरा योगदान दे रही हैं.
तपती धूप में भी महिला अधिकारी सहित महिला पुलिसकर्मी देश की सेवा और सुरक्षा व्यवस्था में डटी हुई हैं, महिलाएं तो अपने घरों की जिम्मेदारी तो निभाती ही हैं और ऐसे में महिला अधिकारी घर की जिम्मेदारी के साथ-साथ अपने कर्तव्य का भी निर्वाहन भी पूरी लगन और दृढ़ संकल्प के साथ पूरा करती हैं. देश और समाज के लिए महिलाएं जो इन दिनों इस महामारी के बीच अपना योगदान दें रही हैं वह एक प्रेरणा के रूप में हैं.
बता दें की जिले में महिला अधिकारी एएसपी 1, डीएसपी 1, इंस्पेक्टर 1, सब इंस्पेक्टर 4, एसआई 17, एएसआई 11, हेड कांस्टेबल 3 और कुल 114 कांस्टेबल पदस्थ है.
152 महिला पुलिसकर्मी दें रही हैं अपनी सेवाएं
महिला पुलिस अधिकारी से एएसपी हितिका वासल और डीएसपी किरण कीरो से ईटीवी भारत से खास बात की गई, इसमें एएसपी हितिका वासल ने बताया की पुरुष और महिला दोनों में कोई भेद नहीं है और हम सभी की ट्रेनिंग एक साथ होती है, और हमने देश और समाज की सेवा करने के पहले संकल्प लिया है और इसी के तहत हम सभी कंधे से कंधा मिलाकर देश और समाज की सेवा में लगे हुए हैं.
वही कोरोना की इस जंग में लगी हुई एएसपी हितिका वासल ने सतना जिले वासियों से अपील भी की है की सभी लोग बेवजह अपने घरों से ना निकले व सोशल डिस्टेंस का पालन करें. इसके साथ ही मास्क सेनिटाइजर का उपयोग करें और अपने घरों पर ही रहें सुरक्षित रहें.
डीएसपी ट्रैफिक किरण कीरो ने भी बताया की इस कोरोना महामारी के बीच यातायात के नियमों के अनुसार सभी वाहन चालकों को समझाइश दी जाती हैं और जो इसका उल्लंघन करता है उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाती हैं और लोगों को हिदायत भी दी जाती हैं की यातायात के नियमों का पालन करें.