सतना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 24 फरवरी को सतना वासियों को मेडिकल कॉलेज की बड़ी सौगात देंगे. शुक्रवार को अमित शाह सतना दौरे पर रहेंगे. लंबे समय से सतना वासियों की मेडिकल कॉलेज की मांग पूरी होने को है. जिलेवासी अब स्वास्थ्य सुविधाओं का बेहतर लाभ ले सकेंगे. मेडिकल कॉलेज से अब जिले वासियों को सर्जरी, एमरजेंसी ऑपरेशन सहित अन्य बड़ी घातक बीमारियों का बेहतर इलाज मिल सकेगा. बता दें गृह मंत्री अमित शाह शबरी महोत्सव में भी शामिल होंगे. जहां वे कोल आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
सतना दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्री: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को एक दिवसीय सतना जिले के दौरे पर रहेंगे. जहां उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित बीजेपी के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे. केंद्रीय मंत्री अमित शाह जिले में 250 करोड़ के मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण करेंगे. मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण के लिए 21 हजार 746 लोगों को आमंत्रण पत्र भेजे गए. मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य की शुरुआत वर्ष 2019 जून में की गई थी. इस मेडिकल कॉलेज की भूमि 42 एकड़ की है, यहां पर प्रथम फेस में 150 एमबीबीएस छात्र छात्राओं को एडमिशन मिलेगा. यहां पर प्रशासनिक बिल्डिंग, हॉस्टल और मेडिकल कॉलेज के स्टाफ की बिल्डिंग तैयार की गई है. इसके साथ ही दूसरे स्टेप में मेडिकल कॉलेज के 650 बेड का हॉस्पिटल तैयार किया जाएगा.
650 बेड का अस्पताल तैयार: इस बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एलके तिवारी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज मिल जाने से प्रथम सत्र में 150 के करीब एमबीबीएस छात्रों को एडमिशन प्राप्त होगा. अभी तत्कालीक तौर पर मेडिकल कॉलेज के लिए जिला चिकित्सालय को चुना गया है. कुछ समय पश्चात मेडिकल कॉलेज के लिए करीब 650 बेड एक अस्पताल तैयार किया जाएगा. जिसमें सुपर स्पेशलिस्ट के डॉक्टर यहां पर आएंगे.
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हर साल 150 छात्र करेंगे एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी: किसी भी गंभीर केस में मरीजों को रीवा मेडिकल कॉलेज या जबलपुर रेफर किया जाता था, लेकिन अब सतना वासियों को इससे निजात मिलेगा. सीनियर सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की मदद से मरीजों का इलाज मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में किया जाएगा. हर वर्ष 150 छात्र यहां से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करेंगे. यहां पर सभी प्रकार के ऑपरेशन, इमरजेंसी ऑपरेशन, एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम की सुविधा प्राप्त होगी. अभी तक जिला अस्पताल में एमबीबीएस डॉक्टरों के द्वारा इलाज किया जाता था, लेकिन अब पोस्टग्रेजुएट डॉक्टर मेडिकल कॉलेज में मरीजों का इलाज करेंगे. जिससे कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगे.