सतना। राज्य सरकार ने गेहूं खरीदी के साथ उसके रखरखाव के लिए सतना में 110 खरीदी केंद्र बनाए थे, लेकिन इसके बावजूद खरीदी केंद्रों पर अन्नदाता की मेहनत पर बारिश ने पानी फेर दिया है. सतना में विगत दो दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश से खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे रखा हजारों मेट्रिक टन गेहूं जिला प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़ गया.
जब ईटीवी भारत ने सतना के खरीदी केंद्र की हकीकत जानना चाही तो तस्वीर बिल्कुल साफ थी. सतना शहर के रेऊरा फार्म स्थित खरीद केंद्र में रखा हजारों क्विंटल गेहूं बारिश में भीग गया. समिति प्रबंधक द्वारा गेहूं के रखरखाव को लेकर उसकी पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई. खुले आसमान के नीचे रखा गेहूं पूरी तरीके से भीग चुका है और अब गेहूं सड़ रहा है.
नहीं जागा प्रशासन
प्रशासन ने सतना में हुई बारिश की बूंदाबांदी से भी सबक नहीं लिया और आज खुले में रखा गेहूं सड़ने के लिए पड़ा है. इस मामले में सतना एसडीएम पीएस त्रिपाठी ने बताया कि शहर के रेऊरा फार्म में 3 सोसायटी में गेहूं की खरीदी की जा रही थी.
जिनमें सोहावल, शेरगंज, धौरहरा में गेहूं की खरीदी की जा रही थी, यहां पर काफी मात्रा में गेहूं को सुरक्षित करने की व्यवस्था नहीं हुई है. बारिश की वजह से काफी नुकसान हुआ है. जिस का निरीक्षण किया गया है. इसमें सोहावल से करीब 20 हजार, रैगांव में 23 हजार, धौरहरा, निपानिया में करीब 12 हजार गेहूं का स्टैंगिंग होना बाकी है.