सतना। जैसे-जैसे समय बदलता जा रहा है वैसे वैसे टेक्नोलॉजी भी अपना आधुनिक रूप ले रही है. ऐसे में हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के सतना जिले की, जहां प्रदेश का पहला नगर निगम का फायर स्टेशन बनकर तैयार हुआ. फायर स्टेशन में आधुनिक तरीके से यहां पर फायर ब्रिगेड संचालित करेगी और यदि शहर के अंदर कहीं पर भी आगजनी की दुर्घटनाएं होती है तो उस पर तत्काल काबू पा लिया जाएगा, यह फायर स्टेशन शहर के सिविल लाइन में बनकर तैयार हुआ है.
इसमें मुख्य रूप से सुविधाएं
- फायर वाहनों में फ्यूल सेंसर टेक्नोलॉजी- प्रदेश में किसी भी शासकीय विभाग में प्रथम बार फ्यूल सेंसर टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया है, जिससे की डीजल/पेट्रोल के दुरुपयोग पर नियंत्रण होगा.
- फायर विभाग के फायर स्टेशन और फायर स्टाफ वायरलेस से लैस होंगे
- फायर वाहनों की लाइव ट्रैकिंग के लिए जीपीएस लगेंगे.
- फायर स्टेशनों के सीसीटीवी कैमरों की लाइव ट्रैकिंग कंट्रोल रूम से होगी.
- जीपीएस, फ्यूल सेंसर और सीसीटीवी की लाइव ट्रैकिंग कंट्रोल रूम के कंट्रोल पैनल/डैशबोर्ड पर होगी.
- फायर स्टाफ को सुरक्षा के लिए फायर यूनिफॉर्म, सेफ्टी शूज एवं आवश्यक गैजेट उपलब्ध करवाए जाएंगे.
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महापौर बोले आधुनिकता युक्त बनाया गया फायर स्टेशन: महापौर योगेश ताम्रकार ने बताया कि सतना नगर निगम के अंतर्गत आने वाले फायर स्टेशनों में आधुनिक उपकरण शुरू कर दिए गए. इसमें वॉकी टॉकी के माध्यम से सभी कर्मचारी अधिकारी जुड़ चुके हैं. पिछले कुछ दिनों में भी बड़ी आग दुर्घटनाएं घट चुकी हैं, जिसमें हम तत्काल फायर ब्रिगेड की मदद से दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर काबू पा चुके हैं. उन्होंने कहा कि यह मध्य प्रदेश का पहला फायर स्टेशन है जो आधुनिकता युक्त बनाया गया है. यहां पर फायर ब्रिगेड में जीपीएस सुविधा के माध्यम से उसमें लाइव ट्रैकिंग की जा सकेगी, जिससे फायर ब्रिगेड की आने जाने की संपूर्ण जानकारी रहेगी. सभी फायरमैन कर्मचारियों को वर्दी भी दी जा चुकी है. इस आधुनिकता से तत्काल आग की दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है, जिससे की जनता को सीधा लाभ पहुंचेगा.