मैहर। मां शारदा की नगरी मैहर में खेले गए पहले राष्ट्रीय दिव्यांग प्रीमियर क्रिकेट लीग के रोमांचक फाइनल मैच में ग्वालियर ने भोपाल को 16 रनों से शिकस्त देकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया. फाइनल देखने पहुंचे दर्शकों को खिलाड़ियों के उत्कृष्ट खेल के प्रदर्शन के साथ चौके और छक्कों की बरसात देखने को मिली.
तीन दिन चले मैच
मधुरिमा सेवा संस्कार फाउंडेशन और दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन मध्य प्रदेश के तत्वाधान में राष्ट्रीय दिव्यांग प्रीमियर लीग का आयोजन किया गया. उस्ताद अलाउद्दीन खां स्टेडियम में तीन दिन तक चले मैचों में दर्शकों ने खिलाड़ियों का जमकर उत्साहवर्धन किया.कार्यक्रम की अध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी डाॅ स्वप्ना वर्मा के साथ खिलाड़ियों ने जश्न मनाया.
फाइनल में जीती ग्वालियर
राष्ट्रीय दिव्यांग प्रीमियर लीग के फाइनल मैच में भोपाल ने टॉस जीतकर ग्वालियर को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. ग्वालियर ने निर्धारित 15 ओवर में 156 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. ग्वालियर के 157 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भोपाल दिव्यांग टीम 140 रन ही बना पाई. ग्वालियर ने 16 रनों से फाइनल मुकाबला जीत लिया. भोपाल की ओर से निखिल मेवाड़ा ने दस चौके और एक छक्के की मदद से सर्वाधिक 62 रन बनाए और वेदांत गुप्ता ने 31 रनों की आकर्षक पारी खेली.ग्वालियर की ओर से गेंदबाज मनीष ने दो , रामकिशोर और कैलाश ने एक-एक विकेट लिया.
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विजेता-उपविजेता को मिली ट्रॉफी
फाइनल मैच के मैन आफ द मैच कैलाश प्रसाद, टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज गेंदबाज और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट निखिल मेवाड़ा रहे. वहीं सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग के लिए धर्मेंद्र कुमार को पुरस्कृत किया गया. समापन समारोह के मुख्य अतिथि सतना के महापौर योगेश ताम्रकार और कार्यक्रम की अध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी डॉ स्वप्ना वर्मा ने विजेता उपविजेता को ट्रॉफी प्रदान की.