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Satna District Hospital Negligence: जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही, बिना सुरक्षा HIV पॉजिटिव महिला की कराई डिलीवरी, कई जच्चा-बच्चा पर संकट - सतना न्यूज

सतना के जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. एक HIV पॉजिटिव महिला की रिपोर्ट चेक किए बिना लेबर रूम में उसका प्रसव कर दिया गया. जबकि डॉक्टर्स की ऐसी लापरवाही से कई जच्चा-बच्चा पर खतरा मंडरा रहा है.

Satna District Hospital Negligence
जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 12, 2023, 8:07 PM IST

Updated : Oct 12, 2023, 10:18 PM IST

जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही

सतना। जिला अस्पताल की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां एक एचआईवी रोगी प्रसव पीड़ित महिला का सीजर ऑपरेशन अस्पताल के लेवर रूम में किया गया. दरअसल महिला की सारी जांच रिपोर्ट चेक किये बिना ही ऐसा कार्य किया गया है. इसके बाद करीब 11 अन्य सामान्य महिलाओं का सीजर ऑपरेशन किया गया. यहां अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही से अन्य सामान्य मरीजों में जच्चा-बच्चा दोनों पर खतरा मंडरा रहा है, हालांकि इस मामले पर सिविल सर्जन अब अपना अलग राग अलाप रहे है.

सतना जिला अस्पताल में सामने आई बड़ी लापरवाही: मध्य प्रदेश से सतना जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ की बड़ी घोर लापरवाही सामने आई है. जहां जिला अस्पताल में एचआईवी रोगी प्रसव पीड़ित महिला का डॉक्टर स्टाफ के मौजूदगी में उसका सीजर ऑपरेशन कर दिया गया. इसके बाद लगातार 11 सामान्य महिलाओं के सीजर ऑपरेशन कर दिया गया. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब जिला अस्पताल प्रबंधन इसकी खुशियां मना रहा था कि पहली बार जिला अस्पताल में एचआईवी पीड़ित महिला का सीजर ऑपरेशन किया गया है, लेकिन इसमें बड़ी लापरवाही यह है कि एचआईवी रोगी प्रसव पीड़ित महिला का सीजर से प्रसव कराने के लिए पीपी किट पहनना चाहिए. सारे इंस्ट्रूमेंट ऑटो क्लेव ज्यादा समय तक होने चाहिए. ऑपरेशन के तत्काल बाद फ्यूमीगेशन कर 4 से 5 घंटे के लिए ऑपरेशन थियेटर बंद रखना चाहिए, लेकिन लेबर रूम में मौजूद डॉक्टर और स्टाफ में ऐसा नहीं किया और यह एक बड़ी लापरवाही सामने आई है.

बिना पूरी जांच किए HIV पॉजिटिव महिला का कराया प्रसव: जानकारी के मुताबिक यह मामला दिनांक 5 अक्टूबर का बताया जा रहा है. जहां जिले के रामपुर कस्बे से आई एचआईवी रोगी प्रसव पीड़ित महिला का सीजर के जरिए प्रसव कराया गया. बता दें कि महिला की एचआईवी रिपोर्ट 6 माह पहले सामने आई थी. जिसमें महिला एचआईवी पीड़ित बताई गई थी, लेकिन जब वह महिला प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल आई तो अस्पताल प्रबंधन के डॉक्टर स्टाफ के द्वारा उसकी संपूर्ण रिपोर्ट की जांच नहीं की गई और उसके बाद अन्य सामान्य करीब 11 महिलाओं का सीजर से प्रसव किया गया. ऐसे में उन 11 महिलाओं के जच्चा बच्चा दोनों पर एक बड़ा संकट का खतरा बना हुआ है, लेकिन इस बात की जानकारी लगते ही पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया और मामले की जांच करने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे. अस्पताल प्रबंधन के डॉक्टर स्टाफ से जवाब-तलब भी किए हैं.

यहां पढ़ें...

सिविल सर्जन ने जांच की कही बात: वहीं इस मामले पर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन केएल सूर्यवंशी का कहना है कि "यह मामला हमारी जानकारी में आया है और एचआईवी किट भी हमारे स्टोर में उपलब्ध है. यह ऑपरेशन किस इमरजेंसी में कराया गया, यह जांच का विषय है. हम इसकी पूरी जानकारी गायनिक डिपार्टमेंट से पता करेंगे और इस मामले पर उचित कार्रवाई करेंगे.

(नोट: सिजेरियन और अन्य सभी तरह के ऑपरेशनों से पहले एचआईवी जांच होना अनिवार्य है. रिपोर्ट के आधार पर ही ऑपरेशन के इंतजाम का निर्धारण होता है.)

जिला अस्पताल की बड़ी लापरवाही

सतना। जिला अस्पताल की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां एक एचआईवी रोगी प्रसव पीड़ित महिला का सीजर ऑपरेशन अस्पताल के लेवर रूम में किया गया. दरअसल महिला की सारी जांच रिपोर्ट चेक किये बिना ही ऐसा कार्य किया गया है. इसके बाद करीब 11 अन्य सामान्य महिलाओं का सीजर ऑपरेशन किया गया. यहां अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही से अन्य सामान्य मरीजों में जच्चा-बच्चा दोनों पर खतरा मंडरा रहा है, हालांकि इस मामले पर सिविल सर्जन अब अपना अलग राग अलाप रहे है.

सतना जिला अस्पताल में सामने आई बड़ी लापरवाही: मध्य प्रदेश से सतना जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ की बड़ी घोर लापरवाही सामने आई है. जहां जिला अस्पताल में एचआईवी रोगी प्रसव पीड़ित महिला का डॉक्टर स्टाफ के मौजूदगी में उसका सीजर ऑपरेशन कर दिया गया. इसके बाद लगातार 11 सामान्य महिलाओं के सीजर ऑपरेशन कर दिया गया. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब जिला अस्पताल प्रबंधन इसकी खुशियां मना रहा था कि पहली बार जिला अस्पताल में एचआईवी पीड़ित महिला का सीजर ऑपरेशन किया गया है, लेकिन इसमें बड़ी लापरवाही यह है कि एचआईवी रोगी प्रसव पीड़ित महिला का सीजर से प्रसव कराने के लिए पीपी किट पहनना चाहिए. सारे इंस्ट्रूमेंट ऑटो क्लेव ज्यादा समय तक होने चाहिए. ऑपरेशन के तत्काल बाद फ्यूमीगेशन कर 4 से 5 घंटे के लिए ऑपरेशन थियेटर बंद रखना चाहिए, लेकिन लेबर रूम में मौजूद डॉक्टर और स्टाफ में ऐसा नहीं किया और यह एक बड़ी लापरवाही सामने आई है.

बिना पूरी जांच किए HIV पॉजिटिव महिला का कराया प्रसव: जानकारी के मुताबिक यह मामला दिनांक 5 अक्टूबर का बताया जा रहा है. जहां जिले के रामपुर कस्बे से आई एचआईवी रोगी प्रसव पीड़ित महिला का सीजर के जरिए प्रसव कराया गया. बता दें कि महिला की एचआईवी रिपोर्ट 6 माह पहले सामने आई थी. जिसमें महिला एचआईवी पीड़ित बताई गई थी, लेकिन जब वह महिला प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल आई तो अस्पताल प्रबंधन के डॉक्टर स्टाफ के द्वारा उसकी संपूर्ण रिपोर्ट की जांच नहीं की गई और उसके बाद अन्य सामान्य करीब 11 महिलाओं का सीजर से प्रसव किया गया. ऐसे में उन 11 महिलाओं के जच्चा बच्चा दोनों पर एक बड़ा संकट का खतरा बना हुआ है, लेकिन इस बात की जानकारी लगते ही पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया और मामले की जांच करने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे. अस्पताल प्रबंधन के डॉक्टर स्टाफ से जवाब-तलब भी किए हैं.

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सिविल सर्जन ने जांच की कही बात: वहीं इस मामले पर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन केएल सूर्यवंशी का कहना है कि "यह मामला हमारी जानकारी में आया है और एचआईवी किट भी हमारे स्टोर में उपलब्ध है. यह ऑपरेशन किस इमरजेंसी में कराया गया, यह जांच का विषय है. हम इसकी पूरी जानकारी गायनिक डिपार्टमेंट से पता करेंगे और इस मामले पर उचित कार्रवाई करेंगे.

(नोट: सिजेरियन और अन्य सभी तरह के ऑपरेशनों से पहले एचआईवी जांच होना अनिवार्य है. रिपोर्ट के आधार पर ही ऑपरेशन के इंतजाम का निर्धारण होता है.)

Last Updated : Oct 12, 2023, 10:18 PM IST
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