सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले के बदेरा थाना क्षेत्र के रुझौरी गांव में एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां गांव के सरपंच ने अपने साथी गिरधारी कोल और ओमप्रकाश कोल के साथ मिलकर लाली कोल और कौशल्या कोल की जमीन का फर्जी नामांतरण कराकर सरकारी रिकार्ड में उन्हें मृत घोषित कर दिया. डेढ़ साल पहले उनकी जमीन के फर्जी दस्तावेज के जरिए बैंक से करीब 12 लाख रुपए का लोन लेकर उस रकम का गबन कर दिया. जैसे ही जानकारी मिली तो परिजनों ने थाने में जाकर 12 जुलाई 2023 को आरोपी सरपंच और उसके साथियों के खिलाफ मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
8 दिन की रिमांड पर आरोपी: वहीं, इस मामले में सरपंच के दो साथी गिरधारी और ओमप्रकाश को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद फरार चल रहे आरोपी सरपंच रविंद्र मिश्रा को पुलिस ने बीते मंगलवार को गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय में पेश किया है, जहां से पुलिस ने आरोपी को 8 दिन की न्यायिक रिमांड में ले लिया है. आरोपी से पूछताछ जारी है. आरोपी से अन्य मामलों के खुलासे की संभावना है.
आरोपी से पूछताछ: इस बारे में एडिशनल एसपी विक्रम सिंह कुशवाह ने बताया कि "बदेरा थाना क्षेत्र की घटना है. सरपंच रविंद्र मिश्रा सहित तीन लोगों ने मिलकर गांव के वास्तविक भू-स्वामी को मृत बताकर उस भूमि का फर्जी तरीके नामांतरण कराकर यूको बैक से लाखों रुपए का लोन लिया. जिसके बाद मामला संज्ञान में आया और पुलिस ने मामला दर्ज कर दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. इस घटना का मुख्य आरोपी सरपंच रविंद्र मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से आरोपी को न्यायिक रिमांड में ले लिया गया है, आरोपी से पूछताछ जारी है."