सतना। मध्यप्रदेश में आए दिन महिला और बाल अपराध की घटनाएं तो सामने आती ही है, लेकिन सतना जिले से एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां सरस्वती आवासीय विद्यापीठ में एक 7वीं क्लास में पढ़ने वाले 13 साल के बच्चे के साथ चपरासी ने अप्राकृतिक कृत्य किया. दरिदंगी की जानकारी मिलने के बाद मासूम बच्चे के परिजन शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचे.
चपरासी ने छात्र के साथ किया अप्राकृतिक कृत्य: सतना जिले में कोलगवा थाना क्षेत्र अंतर्गत सरस्वती आवासीय विद्यापीठ से बड़ा मामला सामने आया है. जहां एक छात्र के साथ गुरुवार सुबह आवासीय विद्यापीठ विद्यालय में पदस्थ चपरासी ने अप्राकृतिक कृत्य किया. मासूम बच्चा 13 वर्ष का है, जो की रीवा जिले का निवासी बताया जा रहा है. घटना के बाद पीड़ित छात्र ने मामले की सूचना फोन कॉल के जरिए अपने परिजनों को सुबह 10 बजे दी. जानकारी मिलने के बाद बच्चे के परिजन तुरंत आवासीय विद्यापीठ पहुंच गए. परिजनों ने जब विद्यापीठ में प्राचार्य से मामले की शिकायत की, तो उन्होंने वहां कोई सुनवाई नहीं की.
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पुलिस ने आरोपी चपरासी को हिरासत में लिया: स्कूल प्रशासन के गैरजिम्मेदाराना रवैये से नाराज परिजन थाने पहुंचे. जहां उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और चपरासी रविंद्र सेन को हिरासत में ले लिया है. उसे थाने लाया गया है. पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है. आरोपी के खिलाफ पुलिस ने IPC की धारा 377 एवं 5/6 पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. वहीं इस बारे में सीएसपी महेंद्र सिंह ने बताया कि "कोलगवां थाने का एक मामला सामने आया था. जहां नाबालिग बच्चे के साथ अप्राकृतिक किया गया है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
जुलाई और अगस्त में सतना में नाबालिगों से रेप: बता दें इससे पहले 28 जुलाई को सतना जिले के मैहर में निर्भया कांड जैसा मामला सामने आया था. जहां एक 10 साल की बच्ची से साथ ना सिर्फ गैंगरेप किया गया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाली. वहीं इसके दूसरे दिन यानि की 29 जुलाई को जिले फिर एक नाबालिग रेप का शिकार हुई थी. जहां रामनगर में शौच के लिए गई नाबालिग से युवक ने दुष्कर्म किया था. इसके बाद 16 अगस्त को एक भीख मांगने वाली 5 साल की मासूम को हवस को शिकार बनाया गया था.