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टेक्नोलॉजी के दौर में सतना नगर निगम, कंप्यूटरीकृत तरीके से हो रही वॉटर सप्लाई

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Published : Feb 3, 2023, 4:52 PM IST

Updated : Feb 3, 2023, 6:21 PM IST

मध्य प्रदेश का पहला ऐसा नगर निगम जहां घरों में पानी की सप्लाई कंप्यूटरीकृत तरीके से की जा रही है. इससे पानी की टंकियां अपने आप भर जाती हैं और घरों में समय से पानी पहुंच जाता है.

satna computerized water supply
सतना नगर निगम वॉटर सप्लाई
कंप्यूटरीकृत तरीके से हो रही वॉटर सप्लाई

सतना। मध्यप्रदेश के सतना नगर निगम में अब टेक्नोलॉजी के दौर के साथ पानी की सप्लाई शुरू हो चुकी है. शहरवासियों के घरों में पहुंचने वाले पानी की अब मानिटरिंग की जा रही हैं. कंप्यूटरीकृत तरीके से शहर की वॉटर सप्लाई शुरू की जा रही हैं. इससे ना सिर्फ पानी की शुद्धता उसकी गुणवत्ता की जांच होगी, बल्कि पानी बेकार नहीं होगा. कहीं पर पाइपलाइन अगर लीकेज हो गई तो उसके बारे में तुरंत पता चल जाएगा. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में वॉटर स्काडा सिस्टम (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एग्जीक्यूशन) के द्वारा कंप्यूटरीकृत तरीके से लोगों के घरों में पानी की सप्लाई की जा रही हैं.

ऐसे होती है सप्लाई: सबसे पहले पानी एनीकट से फिल्टर प्लांट में पहुंचता है, यहां 40 MLD एवं 18 MLD में पानी फिल्टर होने के बाद नगर निगम सीमा के अंतर्गत 20 पानी की टंकियों में पानी पहुंचता हैं. जिससे पाइपलाइन के माध्यम से लोगों के घरों में पानी पहुंचता है. इस बीच इलेक्ट्रॉनिक सेंसर भी लगाए गए हैं. जैसे ही पानी की टंकी भर जाएगी तो उसके नोटिफिकेशन कंप्यूटर सिस्टम में प्राप्त हो जाएंगे.

समय की बचत: यदि शहर के किसी पाइपलाइन में लीकेज है. या फिर किसी ने पानी की चोरी करने के लिए अवैध कनेक्शन करा लिया है तो इसका भी नोटिफिकेशन कंप्यूटर सिस्टम में प्राप्त हो जाएगा. इससे समय से उस पर सुधार कार्य किया जा सकेगा. इस सुविधा से ना सिर्फ शहर वासियों को आसानी होगी बल्कि निगमकर्मियों के समय की बचत होगी.

अब इंदौर नहीं रहेगा प्यासा, नगर निगम कर रहा पानी बचाने का प्रयास

स्मार्ट सिटी के तहत काम: जानकारी के मुताबिक सतना नगर निगम सीमा के अंतर्गत 75 हजार प्रॉपर्टी है. जिनमें से 32 हजार घरों में नल के कनेक्शन किए गए हैं. इसके साथ ही 20 वॉटरटैंक हैं. नगर निगम स्मार्ट सिटी के अंतर्गत करीब 18.46 करोड़ रुपए की लागत से तैयार यह वॉटर स्काडा सिस्टम से अपनी समय सीमा के अनुसार वॉटर सप्लाई की जाती है.

कंप्यूटरीकृत तरीके से हो रही वॉटर सप्लाई

सतना। मध्यप्रदेश के सतना नगर निगम में अब टेक्नोलॉजी के दौर के साथ पानी की सप्लाई शुरू हो चुकी है. शहरवासियों के घरों में पहुंचने वाले पानी की अब मानिटरिंग की जा रही हैं. कंप्यूटरीकृत तरीके से शहर की वॉटर सप्लाई शुरू की जा रही हैं. इससे ना सिर्फ पानी की शुद्धता उसकी गुणवत्ता की जांच होगी, बल्कि पानी बेकार नहीं होगा. कहीं पर पाइपलाइन अगर लीकेज हो गई तो उसके बारे में तुरंत पता चल जाएगा. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में वॉटर स्काडा सिस्टम (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एग्जीक्यूशन) के द्वारा कंप्यूटरीकृत तरीके से लोगों के घरों में पानी की सप्लाई की जा रही हैं.

ऐसे होती है सप्लाई: सबसे पहले पानी एनीकट से फिल्टर प्लांट में पहुंचता है, यहां 40 MLD एवं 18 MLD में पानी फिल्टर होने के बाद नगर निगम सीमा के अंतर्गत 20 पानी की टंकियों में पानी पहुंचता हैं. जिससे पाइपलाइन के माध्यम से लोगों के घरों में पानी पहुंचता है. इस बीच इलेक्ट्रॉनिक सेंसर भी लगाए गए हैं. जैसे ही पानी की टंकी भर जाएगी तो उसके नोटिफिकेशन कंप्यूटर सिस्टम में प्राप्त हो जाएंगे.

समय की बचत: यदि शहर के किसी पाइपलाइन में लीकेज है. या फिर किसी ने पानी की चोरी करने के लिए अवैध कनेक्शन करा लिया है तो इसका भी नोटिफिकेशन कंप्यूटर सिस्टम में प्राप्त हो जाएगा. इससे समय से उस पर सुधार कार्य किया जा सकेगा. इस सुविधा से ना सिर्फ शहर वासियों को आसानी होगी बल्कि निगमकर्मियों के समय की बचत होगी.

अब इंदौर नहीं रहेगा प्यासा, नगर निगम कर रहा पानी बचाने का प्रयास

स्मार्ट सिटी के तहत काम: जानकारी के मुताबिक सतना नगर निगम सीमा के अंतर्गत 75 हजार प्रॉपर्टी है. जिनमें से 32 हजार घरों में नल के कनेक्शन किए गए हैं. इसके साथ ही 20 वॉटरटैंक हैं. नगर निगम स्मार्ट सिटी के अंतर्गत करीब 18.46 करोड़ रुपए की लागत से तैयार यह वॉटर स्काडा सिस्टम से अपनी समय सीमा के अनुसार वॉटर सप्लाई की जाती है.

Last Updated : Feb 3, 2023, 6:21 PM IST
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