ETV Bharat / state

सतना कलेक्टर की पत्नी का नवाचार, लोगों से खुद मांगे गर्म कपड़े फिर गरीब बच्चों को बांटे ताकि कोई ठंड में परेशान न हो

सतना में जिला कलेक्टर की पत्नी ने एक नवाचार शुरु किया है. इसके तहत कलेक्टर की पत्नी ने गरीब एवं निर्धन बच्चों के लिए वस्त्र दान किए. इस अभियान की शुरुआत जिले के मझगवां विकासखंड के ग्रामीण इलाकों से की गई. इससे पहले सितंबर से वस्त्रों को एकत्रित करने और लोगों से कपड़े दान में मांगने की शुरुआत की गई थी. जिसमें 20 हजार वस्त्र एकत्रित हुए थे. (satna bal vastra dan abhiyaan) (satna collector wife started new initiative)

satna bal vastra dan abhiyaan
सतना में बाल वस्त्र दान अभियान के तहत गरीब को बच्चों बांटे गए कपड़े
author img

By

Published : Nov 3, 2022, 10:32 PM IST

सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में गुरुवार से बाद इन वस्त्रों को बच्चों को दान करने की शुरुआत जिले के मझगवां विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य पटनी गांव से की गई. इसके अलावा कानपुर, देवलहा ग्राम में भी बच्चों को वस्त्र दान किए गए. यह वस्त्र 1 से 18 साल तक के बच्चों को दान किए गए हैं, वस्त्र पाकर बच्चों एवं उनके परिजनों के चेहरे खुशियों से खिल उठे. बाल वस्त्र दान अभियान के नवाचार की शुरुआत में जिलेभर के सामाजिक, व्यापारिक, शिक्षण संस्थान एवं शहर वासियों का भरपूर सहयोग मिला. (satna bal vastra dan abhiyaan)

सतना में बाल वस्त्र दान अभियान के तहत गरीब को बच्चों बांटे गए कपड़े

डॉक्टर ने शुरू की हिंदी में पर्ची लिखने की पहल, दवाओं के नाम भी देवनागरी में, Rx की जगह 'श्री हरि'

ताकि कोई ठंड में परेशान न हो: गौरतलब है कि सतना जिले में जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा की पत्नी नेहा चौधरी वर्मा ने जिले के आंचलिक क्षेत्रों में गरीब और निर्धन बच्चों को सर्दियों को देखते हुए इस नवाचार की शुरुआत की है. कलेक्टर की पत्नी ने इसे बाल वस्त्र दान अभियान नाम देकर एक टीम बनाई है. टीम में बाल कल्याण समिति और महिला बाल विकास से जुड़कर 25 सितंबर को सतना जिले में बाल वस्त्र एकत्रित करने की शुरुआत की गई. 31 अक्टूबर तक करीब 20 हजार वस्त्रों को जिले भर के सामाजिक, व्यापारिक, शिक्षण संस्थान एवं शहरवासियों से संग्रहित किया गया. जिन्हें ग्रामीण इलाकों में गरीब बच्चों को बांटा जा रहा है.(satna collector wife) (satna collector wife started new initiative) (donated clothes for poor children in satna)

सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में गुरुवार से बाद इन वस्त्रों को बच्चों को दान करने की शुरुआत जिले के मझगवां विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य पटनी गांव से की गई. इसके अलावा कानपुर, देवलहा ग्राम में भी बच्चों को वस्त्र दान किए गए. यह वस्त्र 1 से 18 साल तक के बच्चों को दान किए गए हैं, वस्त्र पाकर बच्चों एवं उनके परिजनों के चेहरे खुशियों से खिल उठे. बाल वस्त्र दान अभियान के नवाचार की शुरुआत में जिलेभर के सामाजिक, व्यापारिक, शिक्षण संस्थान एवं शहर वासियों का भरपूर सहयोग मिला. (satna bal vastra dan abhiyaan)

सतना में बाल वस्त्र दान अभियान के तहत गरीब को बच्चों बांटे गए कपड़े

डॉक्टर ने शुरू की हिंदी में पर्ची लिखने की पहल, दवाओं के नाम भी देवनागरी में, Rx की जगह 'श्री हरि'

ताकि कोई ठंड में परेशान न हो: गौरतलब है कि सतना जिले में जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा की पत्नी नेहा चौधरी वर्मा ने जिले के आंचलिक क्षेत्रों में गरीब और निर्धन बच्चों को सर्दियों को देखते हुए इस नवाचार की शुरुआत की है. कलेक्टर की पत्नी ने इसे बाल वस्त्र दान अभियान नाम देकर एक टीम बनाई है. टीम में बाल कल्याण समिति और महिला बाल विकास से जुड़कर 25 सितंबर को सतना जिले में बाल वस्त्र एकत्रित करने की शुरुआत की गई. 31 अक्टूबर तक करीब 20 हजार वस्त्रों को जिले भर के सामाजिक, व्यापारिक, शिक्षण संस्थान एवं शहरवासियों से संग्रहित किया गया. जिन्हें ग्रामीण इलाकों में गरीब बच्चों को बांटा जा रहा है.(satna collector wife) (satna collector wife started new initiative) (donated clothes for poor children in satna)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.