सतना। शहर के बीचों-बीच बनी पिंकी कलेक्शन की दो मंजिला जर्जर बिल्डिंग मंगलवार की देर रात अचानक धराशाही हो गई. हादसे में बिल्डिंग के अंदर मौजूद एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि बिल्डिंग के मालिक, उनके दो बेटे, कर्मचारी सहित करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया. बड़ी बात यह है की भवन जर्जर था लेकिन उसके बावजूद भी मकान मालिक द्वारा उसके अंदर नव निर्माण कराया जा रहा था. यही वजह है की बिल्डिग धराशायी हुई.
धराशायी हुई बिल्डिंग: मध्य प्रदेश सतना जिले में शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत बिहारी चौक स्थित पिंकी कलेक्शन नामक दो मंजिला बिल्डिंग मंगलवार की देर रात अचानक धराशायी हो गई, यह बिल्डिंग नरेंद्र सबनानी की है. जानकारी के मुताबिक बिल्डिंग के अंदर पुनर्निर्माण का कार्य चल रहा था. इसी दौरान बिल्डिंग अचानक गिर गई. इमारत में मौजूद, बिल्डिंग के मालिक नरेंद्र सबनानी, उनके दो बेटे सहित पुनर्निर्माण करने वाले मिस्त्री और 3 मजदूर मलबे में दब गए. जिनमें से चार लोगों को पहले ही आसानी से निकाल लिया गया था, और उन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया था. वहीं 3 मजदूर मकान के मलबे में दबे थे, जिनमें एक मजदूर की मौत हो गई. 2 अन्य मजदूरों को रेस्क्यू कर बाहर सकुशल बाहर निकला लिया गया.
जर्जर भवन में पुनर्निर्माण: इस घटनाक्रम में निगम प्रशासन, एसडीआरएफ की टीम, पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन की मौजूदगी में जेसीबी मशीन एवं मैनपॉवर के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन करीब 8 घंटे तक चला. बता दें की बिल्डिंग जर्जर थी लेकिन उसके बावजूद भी मकान मालिक के द्वारा बिल्डिंग के अंदर दीवारों को तोड़कर पुनर्निर्माण कराया जा रहा था. यही वजह है कि बड़ा हादसा बनकर सामने आया है, और एक मजदूर को अपनी जान गवानी पड़ी.
रेस्क्यू में हुई परेशानी: घटना के बाद बिहारी चौक का पूरा इलाका स्थानीय लोगों से भरा हुआ था, जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में कठिनाइयां हो रही थी. स्थिति को कंट्रोल करते हुए पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया, तब कहीं जाकर करीब 8 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन में लोगों की जान बचाई जा सकी. बता दें कि शहर के अंदर ऐसी कई बिल्डिंग्स में है जो पूरी तरह से जर्जर हैं. लेकिन निगम प्रशासन सिर्फ नोटिस भेजने के बाद उन्हें भूल जाता है, और यही वजह है कि ऐसे बड़े हादसे एक न एक दिन सामने निकलकर आते हैं. इस बार भी निगम कमिश्नर अभिषेक गहलोत जर्जर बिल्डिंग को लेकर अपना अलग राग अलाप रहे हैं, लेकिन नतीजे की बात करें तो नतीजा शून्य है.